हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) के 2514 रूटों में से 2463 रूट घाटे में चल रहे हैं। 1752 ऐसे रुट हैं, जहां परिचालन लागत भी पूरी नहीं हो रही हैं। यह जानकारी परिवहन मंत्री बिक्रम ठाकुर ने सदन में विधायक इंद्र दत्त लखनपाल के लिखित सवाल के जवाब में दी।
मंत्री ने बताया कि कोरोना काल से पहले प्रदेश में 3460 रूट घाटे में चल रहे थे। कोरोना बंदिशें हटने के बाद निगम ने फिर से बस सेवा को बहाल किया है। जिसमें से 2463 रूट घाटे में चल रहे हैं। वहीं, सवारियां न मिलने के कारण करीब 13 रूटों पर बस सेवा बंद करनी पड़ी है।
बंद किए गए रूटों में पालमपुर से दिल्ली आईएसबीटी, धर्मशाला-दिल्ली वायां कांगड़ा-ऊना-चंडीगढ़, नालागढ़ से सराहन, धनेटा-गलोर-शिमला, मंडी-दिल्ली, शिमला-मनाली-शिमला, शिमला-मंडी-शिमला, हरिपुरधार-हरिद्वार, परवाणू से सयोटा वाया जंगेशू, शिमला-टिक्कर वाया नेरवा, शिमला-देवट, शिमला-महासू वाया गुम्मा, शिमला-कडयोग बस रूट शामिल हैं।