आज कालरात्रि देवी का दिन है। इस शुभ मौके पर शिमला के ऐतिहासिक कालीबाड़ी मंदिर में भक्तजनों का तांता लगा हुआ है। इसी मंदिर के नाम पर मां काली के श्यामला नाम पर ही शिमला पड़ा है। इस मंदिर में आज भी बंगाल के पुजारी पूजा करते है। यहां मां की प्रतिमाएं स्थापित की जाती हैं और नवरात्र के बाद उनका विसर्जन किया जाता है।
ज्वालामुखी मंदिर में अश्विन नवरात्रों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजामः डीएसपी
विश्व विख्यात ज्वालामुखी मंदिर में अश्विन नवरात्रों में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता प्रबंध किए हुए है। इस संदर्भ में डीएसपी तिलकराज ने कहा कि नवरात्रों में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम कर लिए गए हैं। और ज्वालामुखी शहर को छह सेक्टरों में बांटा गया है। नवरात्रों में ज्वाला माता के दर्शन करने आए श्रद्धालुओं से नारियल मंदिर से बाहर मां के चरणों पर चढ़ाए जा रहे हैं और श्रद्धालुओं कि सुरक्षा व्यवस्था के दो मैटल-डिडेक्टरों से होते हुए उन्हें मंदिर में भेजा जा रहा है।
पुलिस जवानों के पास हैड हेंडल मैटल-डिडेक्टेर भी दिए गए हैं जिससे किसी भी संदिग्ध व्यक्ति कि तलाशी ली जा सके और उसे पकड़ा जा सके। इन नवरात्रों में पुलिस प्रशासन ने लगभग 150 पुलिस होमगार्ड और सुरक्षा कर्मी जवान सुरक्षा व्यवस्था के लिए 24 घंटे तैनात रहेंगें। सभी सुरक्षा कर्मियों को आदेश दिए गए हैं कि कोई भी संदिग्ध चीज दिखाई दे तो तुरन्त पुलिस को बताएं। इसके लिए 24 घंटे पूरे शहर पर नज़र रखेगें। इन नवरात्रों में मंदिर परिसर में सीसीटीवी कैमरों से नज़र रखी जा रही है जिससे कोई भी अप्रिय घटना न हो सके।