2018 बैच के आईएएस प्रोबेशनर अभिषेक वर्मा ने तहसीलदार नूरपुर का पदभार संभाल लिया है। वह मूलतः मंडी ज़िला के सुंदरनगर के निवासी हैं और यूपीएससी से सिविल सर्विसज की परीक्षा पास करने पर उन्हें हिमाचल कैडर मिला है। नूरपुर में अपना पदभार ग्रहण करने पर उन्होंने बताया कि यूपीएससी की परीक्षा उतीर्ण करने के पश्चात अपना गृह प्रदेश मिलने पर वह अपने आप को बहुत सौभाग्यशाली मानते हैं कि उन्हें अपने प्रदेश के साथ-साथ सबसे बड़े ज़िला कांगड़ा में अपने प्रोबेशनर पीरियड के दौरान कार्य करने का अवसर मिला है। उन्होंने अपनी इस कामयाबी का श्रेय अपने माता- पिता तथा अपनी बहन को दिया है। उनकी बहन और जीजा भी यूपीएससी की परीक्षा उतीर्ण करने के पश्चात कर्नाटक में तैनात हैं, जबकि उनके पिता भी केंद्रीय लोक निर्माण विभाग में अधिशासी अभियंता के पद पर कार्यरत हैं।
वर्मा ने बताया कि उनकी दसवीं तक की पढ़ाई शिमला के सेंट एडवर्ड स्कूल से हुई है, जबकि उनकी अगली पढ़ाई दिल्ली से पूरी की है। वह कंप्यूटर साइंस में बीटेक हैं। इससे पहले भी उनका चयन इंडियन ऑडिट एंड एकाउंट्स सर्विसस में हुआ था, जिस दौरान वह कुछ समय तक शिमला में तैनात रहे। लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत को जारी रखा और उन्हें साल 2018 में यूपीएससी से सिविल सर्विसज की मेन परीक्षा में कामयाबी हासिल हुई। तहसीलदार का पद संभालने से पहले वह अपनी प्रोवेशन अवधि के दौरान ज़िला के अन्य उपमंडलों में भी विभिन्न पदों पर कार्य कर चुके हैं।
उन्होंने बताया कि प्रशासनिक और राजस्व संबंधी मामलों का समय पर और शीघ्र निपटारा उनकी उच्च प्राथमिकता रहेगी। इसके अतिरिक्त आम नागरिकों की समस्याओं के बिना किसी कठिनाई के जल्द निपटारे एवं स्थाई समाधान के पूर्ण प्रयास करेंगे। ताकि लोगों को अपनी समस्याओं के निपटारे हेतु बार-बार कार्यालय के चक्कर न लगाने पड़े। वर्मा ने बताया कि तहसील स्तर पर जारी किए जाने वाले सभी प्रकार के प्रमाण-पत्रों को स्टॉफ के सहयोग से निश्चित समय में जारी करना सुनिश्चित किया जाएगा।