कुल्लू जिला में टीबी रोग की रोकथाम के लिए 16 से 30 नवंबर तक क्रियाशील टीबी रोगी खोज अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग 3 स्दसीय टीमों का गठन करेगा। यह टीम घर-घर जाकर टीबी के रोगियों की पहचान करेगी। जिला क्षय रोग नियंत्रण अधिकारी डा. नरेश ने बातया कि संशोधित राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत यह अभियान कुल्लू जिला में क्षय रोग की आशंका वाले क्षेत्रों में चलाया जाएगा।
डा. नरेश ने जानकारी देते हुए कहा कि अभियान के दौरान स्वास्थ्य विभाग के तीन सदस्यीय खोजी दल, जिसमें एक क्षय रोग कार्यकर्ता, एक स्थानीय महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता और स्थानीय आशा वर्कर शामिल होंगी, घर-घर जाकर टीबी के रोगियों की पहचान करेंगे। इस दौरान लोगों के बलगम के नमूने एकत्रित करके जांच के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों में भेजे जाएंगे। इसमें मरीज को स्वास्थ्य केंद्र में आने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। यदि किसी व्यक्ति के बलगम की जांच में टीबी के लक्षण पाए जाते हैं तो उसका तुरंत उपचार शुरू कर दिया जाएगा।
डा. नरेश ने कहा कि मुख्यमंत्री क्षय रोग निवारण योजना के अंतर्गत वर्ष 2021 तक हिमाचल को क्षय रोग मुक्त बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने आम जनता से क्रियाशील टीबी रोगी खोज अभियान को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ सहयोग करने की अपील भी की। उन्होंन बताया कि जिला के पांचों खंडों के लिए टीमों का गठन कर दिया गया है तथा सर्वे के लिए क्षेत्र भी चिह्नित कर लिए गए हैं।