जिला मंडी के धर्मपुर विकास खंड के गांव चस्वाल के लोगों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है। कि यदि उनके वार्ड को डरवाड़ पंचायत से हटाकर घरवासड़ा या फिर सज्जाओपिपलू पंचायत में नहीं मिलाया तो वह पंचायत चुनावों को पूरी तरह से बहिष्कार करेंगे। इसे लेकर गांव के लोगों ने एक बैठक करके संघर्ष समिति को गठन कर दिया है। ताकि एकजुट होकर आवाज को बुलंद किया जा सके।
वहीं, संघर्ष समिति के सचिव संजय कुमार ने बताया कि मनी चंद की अध्यक्षता में यह संघर्ष समिति बनाई गई है। जिसमें जगत राम को महासचिव बनाया गया। इस मौके पर सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया कि उनके चस्वाल वार्ड को नई बनी घरवासड़ा पंचायत में शामिल किया जाए जो गांव से महज एक डेढ किलोमीटर की दूरी पर है। जबकि डरवाड़ तो सात किलोमीटर दूरी पर पड़ता है। यदि घरवासड़ा में मिलाया जाना मुश्किल है तो उन्हें साथ लगते सज्जाओपिपलू पंचायत में मिला दिया जाए।
इस बारे में लोग कई दिनों से हर स्तर पर ज्ञापन देकर गुहार लगा रहे हैं। मगर कोई उनकी सुनवाई नहीं कर रहा है। अब उनके पास एक ही चारा है कि पूरे का पूरा वार्ड जिसमें लगभग 400 मतदाता है और पंचायत का सबसे बड़ा वार्ड है। पंचायत चुनावों को बहिष्कार करेगा। यदि चुनावों से पहले उनकी मांग को नहीं माना जाता है तो इस वार्ड का कोई भी मतदाता पोलिंग बूथ तक नहीं जाएगा। इसकी सारी जिम्मेवारी प्रशासन की होगी जिसने उनकी तर्कसंगत मांग को अनदेखा किया है। इसके साथ ही पंचायत के दूसरे वार्ड के प्रतिनिधि को वोट मांगने के लिए भी गांव में नहीं आने दिया जाएगा।