अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी की अगुवाई में राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने शुक्रवार को नई दिल्ली में प्रदेश में विभिन्न परियोजनाओं में निवेश की संभावनाओं पर आईएफसी के प्रतिनिधिमंडल के साथ चर्चा की। राज्य सरकार ने विश्व बैंक की शाखा इंटरनेशनल फाइनेंस कोरर्पारेशन (आईएफसी) को हिमाचल प्रदेश में पर्यटन, विद्युत और आवास जैसी विभिन्न परियोजनाओं में निवेश के लिए आमंत्रित किया।
डॉ. बाल्दी ने आईएफसी प्रतिनिधियों को अवगत कराया कि राज्य ने अपना भूमि बैंक बनाया है और प्रदेश में विभिन्न प्रकार के उद्योग स्थापित करने के लिए उपयुक्त भूमि उपलब्ध है। उन्होंने आईएफसी को राज्य में सस्ती आवास परियोजनाओं में निवेश के लिए आमंत्रित किया जिसके लिए हिमुडा के पास भी विभिन्न स्थानों पर पर्याप्त भूमि उपलब्ध है। इसी तरह, पर्यटन क्षेत्र में भी रिजॉर्ट्स और स्कीइंग स्थल विकसित करने की व्यापक सम्भावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने शिमला जिले के चांशल में स्कीइंग के लिए एक महत्वाकांक्षी परियोजना प्रस्तावित की है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में विद्युत दोहन की व्यापक संभावनाएं उपलब्ध हैं, जिसके लिए आईएफसी को राज्य में इन परियोजनाओं में निवेश करने पर विचार करना चाहिए। आईएफसी के प्रतिनिधियों विक्रम सिंह, नीरज गुप्ता और प्रतिभा बजाज ने राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ चर्चा की और आश्वासन दिया कि वे ग्लोबल इंवेस्टर्स मीट से पहले हिमाचल सरकार द्वारा चंडीगढ़ में आयोजित किए जा रहे रोड शो में भाग लेंगे। इसके अतिरिक्त वह इस साल नवंबर माह में धर्मशाला में आयोजित होने वाले निवेशक सम्मेलन में भी भाग लेंगे।
ब्राजील के राजदूत को इंवेस्टर मीट में आने का न्योता
अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग मनोज कुमार, उप आवासीय आयुक्त विवेक महाजन और भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के प्रतिनिधियों ने आज नई दिल्ली में भारत में ब्राजील के राजदूत आंद्रे अरानहा कोरीएंडो लागो से मुलाकात की और ब्राजील एवं भारत में अनेक समानताएं होने के कारण निवेश की अपार संभावनाओं के बारे चर्चा की। मनोज कुमार ने ब्राजील के राजदूत को 7-8 नवम्बर 2019 को धर्मशाला में होने वाली इंवेस्टर मीट में आने का न्योता दिया। उन्होंने ब्राजील के राज्यों तथा हिमाचल प्रदेश के बीच आपसी सहयोग का करार करने और हिमाचल में निवेश की संभावना वाले अनेक क्षेत्रों बारे जानकारी दी। ब्राजील के राजदूत द्वारा इस ओर कारगर कदम उठाए जाने बारे और इंवेस्टर मीट में प्रतिनिधिमण्डल के साथ स्वयं आने का आश्वासन दिया।