पौंग झील किनारे भाखड़ा बांध प्रबंधन बोर्ड की खाली जमीन पर अवैध खेती का धंधा जोरो-शोरों से हो रहा है। भाखड़ा बांध प्रबंधन बोर्ड और वन्य प्राणी विभाग की आंखों में धूल झोंक कर बाहुवली रात के अंधेरे में खेती कर रहे हैं। तकरीबन 80 प्रतिशत जमीन पर बिजाई हो चुकी है। ट्रैक्टर मालिक रात के अंधेरे में हल चला रहे हैं। बीबीएमबी और वन्य प्राणी विभाग ने बाहुवलियों को नोटिस भी निकाले गए थे और खेती करने से मना किया गया था।
पिछले एक सप्ताह में ही जोर-शोर से खेती की गई है। जिन लोगों के पास अपने ट्रैक्टर हैं, वही खेती कर रहे हैं जबकि जिन लोगों की जमीन डैम में गई है उनके द्वारा बिजाई नहीं की जा रही है। कोई भी इन बाहुवलियों पर शिकंजा नहीं कस रहा है। अवैध खेती होने से सिल्ट डैम में बैठ रही है जिस कारण दिनों-दिन डैम की गहराई कम हो रही है। अवैध खेती प्रवासी पक्षियों के लिए भी मौत का ग्रास होती है। खेती की आड़ में प्रवासी पक्षियों का शिकार किया जाता है। बुद्धिजीवियों ने मांग की है बाहुबलियों पर शिकंजा कसा जाए।
इस बारे में डीएफओ हमीरपुर वन्य प्राणी विभाग कृष्ण कुमार से बात हुई तो उन्होंने कहा कि दो दिन पहले सूचना मिली थी कि ट्रैक्टर अवैध तरीके से खेती कर रहे हैं जिस पर मैं टीम के साथ मौका पर गया और ट्रैक्टर चालको का पता लगाया। सात ट्रैक्टर मालिकों के खिलाफ लीगल नोटिस निकाला गया है और थाना में शिकायत करवाई गई है। उन्होंने कहा कि अब सीधे ही कोर्ट में मामला दर्ज करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस संबंध में आज दो ट्रैक्टर पौंग डैम में जब्त किए गए जो अगर खेती कर रहे थे आगामी कार्रवाई जारी रहेगी।