<p>ज़िला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह द्वारा आरटीआई के माध्यम से ली गई सूचना से पता चला है कि धर्मपुर उपमंडल के संधोल में चल रहा रजत स्टोन क्रशर नियमों के विपरीत है। यह स्टोन क्रशर हमीरपुर ज़िला की सुजानपुर तहसील के मुहाल जंगलबेरी में साल 2005 में स्वीकृत हुआ था। लेकिन ये स्टोन क्रशर जंगलबेरी के बजाए संधोल तहसील की ग्राम पंचायत घनाला में बक्कर खड्ड के किनारे स्थापित किया गया है। इसे स्थापित करने के लिए उस समय राजनीतिक दबाब के कारण बिजली का ट्रांसफार्मर प्राइमरी स्कूल के नज़दीक ही स्थापित किया गया है जो नियमों के विपरीत है।</p>
<p>वहीं, स्कूल के नौनिहाल बच्चे क्रशर की धूल से बिमारियों की चपेट में आ रहे हैं। भूपेद्र सिहं ने एनजीटी पर भी सवालिया निशान खड़े किए कि कैसे नियमों को दरकिनार कर क्रशर का नविनीकरण किया गया है । इसके अलावा इस स्टोन क्रशर के चलते बक्कर खड्ड में अवैध खनन धड्डले से हो रहा है। जबकि खनन मानदंडों के अनुसार तीन फुट गहराई तक ही खड्ड से पत्थर औऱ बजरी निकाली जा सकती है। लेकिन यहां जेसीबी के माध्यम से हर रोज़ कई मीटर गहरी खुदाई करके गैरकानूनी तरीके से खनन हो रहा है। जिस बारे ना तो खनन विभाग औऱ न ही स्थानीय प्रशासन और न ही पुलिस विभाग अवैध खनन पर कोई भी कार्यवाही नहीं कर रहा हैं।</p>
<p>ज़िला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह ने कहा कि जो बीजेपी के नेता पूर्व में खनन माफिया पर लगाम लगाने के लिए हल्ला मचाते थे वे अब मंत्री के बेटे और बीजेपी युवा मोर्चा के महामंत्री के अवैध क्रशर और खनन बारे आंखे बंद करके चुप बैठे हैं। भूपेंद्र सिंह ने ये भी कहा कि वे इस अवैध खनन और क्रशर के बारे में ग्रीन ट्रिब्यूनल और उच्च न्यायालय में याचिका दायर करने वाले हैं ताकि राजनीतिक दबाब के कारण इस स्टोन क्रशर को अवैध रूप से चलाने पर रोक लग सके।</p>
<p>भूपेंद्र सिंह ने ये भी आरोप लगाया है कि इसी स्टोन क्रशर से सरकारी विभागों को रेत बजरी लेने के अघोषित आदेश जारी हैं। जिसके चलते सभी विभागों को सरकारी कार्यों के लिए यहीं से सामग्री लेनी पड़ती है। हालांकि इस स्टोन क्रशर से स्थानीय लोग परेशान हैं लेकिन राजनीतिक दबाब के कारण इसका विरोध नहीं कर पा रहे हैं।</p>
<p>लगभग एक साल पहले भी स्थानीय व्यक्ति रमेश ठाकुर ने अवैध खनन पर आवाज उठाई थी ओर दो टिप्पर और एक जेसीबी को पुलिस विभाग ने पकडा था लेकिन उस पर कोई कार्यवाही पुलिस विभाग नहीं कर पाया था। जिस पर रमेश ठाकुर ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। भूपेंद्र सिंह ने कहा कि वे इस बारे स्थानीय दत्तवाड और घनाला पंचायत के वाशिंदों को भी अवगत कराएंगे औऱ उन्हें संगठित करके आंदोलन भी छेड़ेंगे। वहीं, उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से भी मांग की है कि इस मामले में छानबीन कर उचित कार्यवाही की जाए।</p>
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