शीतकालीन सत्र के आख़िरी दिन में नियम 130 के तहत HRTC का मुद्दा सदन में चर्चा का विषय रहा। चर्चा में सत्तापक्ष और विपक्ष के विधायकों ने भाग लिया और कई विधायकों ने सरकार के समक्ष HRTC की बंद पड़ी बसों को चलाने पर सवाल उठाए। विधायकों ने जहां कर्मचारियों को समस्याओं पर गौर करने को कहा वहीं कुछ सुझाव भी पेश किए।
विधायक जीत राम ने HRTC बसों के चालक परिचालकों की समस्याओं को लेकर बात उठाई। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के चलते कई बसें बंद हो गई हैं। दूरदराज के इलाकों में बसें बंद होने से आज भी दिक्कतों को सामना करना पड़ रहा है। अब छोटी बसों को सड़कों पर उतारने की जरूरत है। HRTC के पास बड़ी बसें हैं और सवारियां कम होने के चलते कई रूट बंद कर दिये जाते हैं। अगर 37-37 सीटर बसें भी हो तो काम चल सकता है।
कई अन्य विधायकों ने कहा कि बहुत से लोग हैं जो आज भी इन्हीं बसों पर निर्भर हैं। जब ये बंद हो जाती हैं तो दूरदराज के क्षेत्रों के लोगों को बेहद दिक्कतों का सामना करना पड़ता। ऐसे में सरकार विचार करे कि ग्रामीण क्षेत्रों में नई प्रणाली के तहत कैसे काम किया जाये। अब तक जुब्बल कोटखाई से रोहित ठाकुर अर्की से विधायक संजय अवस्थी, भटियात से विधायक बिक्रम जरयाल और चिंतपूर्णी से विधायक बलवीर सिंह ने अपना विचार रखा है।