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शिमला हुआ सबसे ज्यादा साइबर ठगी का शिकार, कांगड़ा दूसरे स्थान पर

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हिमाचल के लोग अब साईबर क्राईम के मामले बढ़ते जा रहे है। जिसमें हजारों लोग ठगी का शिकार हो रहे है। एक अखबार के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश साइबर पुलिस ने वर्ष 2016 और 2017 का आंकड़ा पेश कर कई खुलासे किए हैं। इन आंकड़ों के मुताबिक हर साल प्रदेश में साइबर क्राइम का ग्राफ बढ़ते जा रहा है।

रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2016 में CYBER CRIME के  110 केस सामने आए थे जो इस साल बढ़कर 316 हो गए है। पिछले 2 सालों में कुल 426 केस रिकार्ड किए गए है। इन मामलों में अधिकतर लोगों से उनका बैंक अकांउट नंबर, ATM पिन नंबर पूछा गया। हालांकि कोई भी बैंक ऐसी जानकारी नहीं मांगता है।

जानकारी के मुताबिक साइबर क्राइम के जाल में फंसने वाले सबसे अधिक जिला शिमला के लोग हैं। जहां पर साल  2016 में 35 और इस साल 73 FIR दर्ज हो चुकी हैं। वहीं कांगड़ा जिला भी पीछे नहीं है जिसमें 40 केस दर्ज हो चुके है जबकि पिछले साल 14 मामले रिकार्ड हुए। ऐसे में जाहिर है कि प्रदेश में साइबर क्राइम का ग्राफ हर साल बढ़ रहा है। वर्ष 2016 में 42 लाख 19 हजार 979 रुपये व 2017 में 1 करोड़ 66 लाख 76 हजार 835 रुपये की ऑनलाइन ठगी होने का मामला प्रकाश में आया है।

2016 में बिलासपुर था आगे

शातिरों ने पिछले साल जिला बिलासपुर में 13, चंबा 2, हमीरपुर 6, कांगड़ा 14, कुल्लू 3, लाहौल-स्पीति में कोई नहीं, मंडी 12, शिमला 35, सिरमौर 6, सोलन 7, किन्नौर 2, ऊना 6 और बीबीएन में 4 लोगों को ऑनलाइन ठगी का शिकार बनाया।

इस साल शिमला सबसे आगे

इस साल 28 नवंबर तक जिला कांगड़ा और शिमला के लोग ऑनलाइन ठगी के शिकार हुए। साइबर पुलिस द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक जिला बिलासपुर में 17, चंबा 7, हमीरपुर 14, कांगड़ा 40, कुल्लू 23, लाहौल-स्पीति 1, मंडी 13, शिमला 73, सिरमौर 7, सोलन 27, किन्नौर 1, ऊना 14 और बीबीएन में 16 केस दर्ज हुए हैं।