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सरकारी अस्पताल का हाल! कड़ाके की ठंड में फर्श पर लेटने को मजबूर गर्भवती महिलाएं

समाचार फर्स्ट |

सरकारी अस्पताल का हाल हम नहीं बल्कि ये तस्वीरें बयां करती है कि मंडी के सरकारी अस्पताल का हाल क्या है?  मेडिकल कॉलेज नेरचौक से अटैच जोनल अस्पताल मंडी में गायनी वार्ड में मरीजों को उचित सुविधा नहीं मिल पा रही है। यहां अस्पताल में एक बेड पर 4- 4 मरीजों को रखा गया है। जिस कारण मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि अस्पताल में मेडिकल कॉलेज से अटैच होने पर मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। लेकिन बावजूद इसके यहां मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
 
वीरवार को जोनल अस्पताल में गायनी वार्ड में महिलाओं को बेड नहीं मिल पाए, जिस कारण गर्भवती महिलाओं को बाहर ही अपना बिस्तर बिछाना पड़ा। जानकारी के मुताबिक गायनी वार्ड में केवल 50 बिस्तर हैं, जबकि 150 के करीब मरीज यहां पर भर्ती हैं। यहां आजकल गायनी वार्ड पूरी तरह से भरा हुआ है। यहां रोजाना गर्भवती महिलाओं के आने का सिलसिला जारी है और इन महिलाओं को जमीन पर लेटकर प्रसव पीड़ा झेलनी पड़ रही है।


 
नवजाज बच्चों में संक्रमण खतरा

अस्पताल में गायनी में भारी संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं जिस कारण यहां पर महिलाओं को बेड तक नसीब नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे में नवजात शिशुओं को संक्रमण का खतरा हो सकता है। अस्पताल में जहां गायनी वार्ड में एक बेड पर 2-3 मरीज हैं। वहीं वार्ड के बाहर उससे अधिक संख्या में मरीज अपनी बारी का इंतजार करते हैं। मरीजों  का कहना है कि अस्पताल को मेडिकल कालेज से अटैच तो कर दिया है लेकिन, इसके बावजूद यहां पर मरीजों को उचित सुविधा नहीं मिल पाती है।

वहीं, जोनल अस्पताल मंडी एमएस डॉ. टीसी महंत ने बताया कि बाहरी जिला से भी यहां मरीज आ रहे हैं, जिस कारण ये दिक्कत आ रही है। लेकिन मरीजों की सुविधा के लिए अतिरिक्त बेड का इंतजाम किया जा रहा है।