जसबीर। हमीरपुर जिला के ग्राम पंचायत स्वाहल के गांव मझोट में बीपीएल परिवार को सरकारी सहायता न मिलने पर परिवार में गहरा रोष है। बीपीएल परिवार का मुखिया राजकुमार उम्र 54 वर्षीय पिछले नौ महीनों से बिस्तर पर उपचाराधीन है और इलाज के लिए भी खर्च न होने से दिक्कतें झेल रहा है। राजकुमार की पत्नी भी पिछले दस सालों से कैंसर पीडित है।
मेडिकल नहीं बनने से बार बार अस्पताल के चक्कर काट चुके राजकुमार का सहारा योजना के तहत पेंशन का काम भी नहीं हो सका है। पीड़ित परिवार ने प्रदेश सरकार से गुहार लगाई है कि आर्थिक सहायता के साथ साथ सहारा योजना का लाभ भी दिया जाए।
पीडित राजकुमार का कहना है कि काम करते समय गिरने से पीठ में गहरी चोट आई थी जिसके चलते नौ महीनों से अब चलने फिरने में दिक्कतें पेश आ रही है और बिस्तर पर ही उपचाराधीन है। उन्होंने बताया कि सहारा योजना का लाभ भी नहीं मिल पाया है कयोंकि कई बार मेडिकल कॉलेज अस्पताल हमीरपुर के चक्कर काट चुके हैं तब भी मेडिकल नहीं बन पाया है।
राजकुमार की पत्नी आशो देवी ने बताया कि वह स्वयं भी कैंसर की मरीज है और सहारा योजना के लिए भी पूरी औपचारिकताएं करने के बावजूद भी सहारा योजना का लाभ नहीं मिल पाया हैं। उन्होने बताया कि बीपीएल परिवार है और कमाई का भी कोई साधन नहीं है।
स्वाहल ग्राम पंचायत प्रधान प्रीतम सिंह का कहना है कि मझोट गांव के पति राजकुमार बिस्तर पर उपचाराधीन है और पत्नी आशो देवी भी कैंसर मरीज है। इसलिए सरकार को चाहिए कि इन दोनों को सहारा योजना के तहत लाभ दिया जाए।