कोटखाई गुड़िया रेप मर्डर मिस्ट्री में बीआई ने आज गुरुवार को हाइकोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट पेश कर दी है। इस दौरान कोर्ट खंडपीठ ने सीबीआई को फटकार लगाते हुए कहा कि यह मामला जन भावनाओं से जुड़ा हुआ है और सीबीआई इसमें ढील बरत रही है। गुड़िया के परिजन गेट के बाहर बैठे इंतजार कर रहे हैं इसलिए जो भी जांच अभी तक की गई है उसे सामने लाएं। हालांकि, कोर्ट ने आईजी हिमाचल पुलिस का बुलाया है तब तक कोर्ट की कार्रवाई रोक दी गई है।
कोर्ट में सीबीआई की ओर से वकील अंशुल बंसल ने कहा कि मामले में दो एफआईआर हैं। इनमें एक कि जांच तो सीबीआई ने पूरी कर ली है, जबकि दूसरे मामले में पेचीदगियों को देखते हुए जांच अभी बाकी बची हुई है। इसलिए मामले की जांच के लिए चार सप्ताह का अतिरिक्त समय दिया जाए।
इससे पहले सीबीआई ने दो अगस्त सुनवाई के दौरान गुड़िया मामले को निपटाने के लिए 90 दिन का समय मांगा था लेकिन हिमाचल उच्च न्यायालय ने 90 दिन का समय देने से इंकार करते हुए 17 अगस्त तक स्टेटस रिपोर्ट पेश करने के आदेश जारी किए थे। चार जुलाई को गुड़िया को अगवाह किया गया था छह जुलाई के दिन जंगल में गुड़िया की नग्न लाश मिली थी।
मामले की जांच के लिए 10 जुलाई को एसआईटी गठित की गई। 13 जुलाई को पुलिस ने छः लोगों को पकड़ने दावा किया, लेकिन लोगों का आरोप था कि असल आरोपियों को बचाने की कोशिश में फर्जी लोग पकड़ लिए गए। जनाक्रोश सड़को पर उतारा और सीबीआई जांच की मांग की जाने लगी। इसी बीच 18 जुलाई रात में कोटखाई थाने में सूरज की संदिग्ध मौत से मामले और तूल पकड़ ली और उग्र भीड़ ने कोटखाई थाने में आग लगा दी।