जिला कुल्लू की निवासी ठाकरी देवी ने पुलिस और अपने दामाद पर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। इस पत्र में ठाकरी देवी ने न्याय की गुहार लगाई है और पुलिस वालों की करतूतों को दर्शाया।
पत्र में महिला ठाकरी का कहना है कि उसकी चार बेटियां हैं जिसमें से कौशल्या का विवाह 16-17 साल पहले नंद राम पुत्र लोत राम निवासी ग्राम-भोश डाकघर हरिपुर, मनाली में है। ठाकरी का कहना है कि उसने अपनी सारी जमीन इन बेटियों के नाम कर दी है। लेकिन, मेरी बेटी कौशल्या का पति उसे हमेशा प्रताड़ित करता रहता है कि वह जमीन उसके नाम करे। हालांकि, उसकी बेटी कौशल्या भी अपने पति की बुरी आदतों से वाकिफ होकर जमीन उसके नाम नहीं करती।
ठाकरी ने बताया कि उसकी बेटी का 15 अगस्त को फोन आया था जिसमें वह कह रही थी कि अब उससे पति की प्रताड़ना सहन नहीं होती और आप मेरे पति को आकर समझाएं। मैंने उसे आश्वासन दिया कि वह दो-तीन में आकर उनसे मिलेगी। लेकिन, इस बीच उसकी ससुराल वालों का फोन आता है और पता चलता है कि उसकी बेटी ससुराल में कहीं गायब हो गई है।
उसकी मां ठाकरी को उसके पति पर हत्या करने का पूरा संदेह था और उसपर ठाकरी ने विश्वास भी दिला दिया। ठाकरी ने कहा जंगल में चील-कौए लाश को खा रहे थे। स्थानीय लोगों के साथ मिलकर देखा तो यह उसकी बेटी की लाश थी। इसके बाद 8 सितंबर को उन्होंने एसपी कुल्लू निश्चित नेगी को इस बारे में अवगत करवाया और पतलीकूल्ह थाने में FIR दर्ज करवाई। एसपी ने आश्वासन दिया कि मामले की पूरी जांच होगी और शव की जांच के बाद उन्हें सौंप दिया जाएगा।
लेकिन, वाक्या कुछ यूं हुआ कि 10 सितंबर को शव ससुराल वालों को सौंप दिया गया जिसके बारे में उन्हें तब पता लगा जब वह थाने में शव की छानबीन करने गईं। ऐसा होता देखा ठाकरी ने डीएसपी को फोन किया और मामले को सारा विवरण दिया। उसके बाद डीएसपी ने तुरंत पतलीकुलह फोन किया और शव को बरामद करने को कहा लेकिन तब तक शव को ससुराल वाले जला चुके थे।
ठाकरी ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मैं एक गरीब औरत हूं और इस मामले में पुलिस और मेरी बेटी के ससुराल वालों ने जो भी ढील बरती है उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।