अखिल भारतीय किसान सभा के आह्वान पर मंडी शहर में किसान सभा, सीटू , जनवादी नौजवान सभा सहित विभिन्न संगनठो ने किसान के भारत बंद के विरोध में रैली निकाली। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि दिल्ली में किसान आंदोलन जारी है, लेकिन सरकार समाधान का माहौल बनाने के बजाय गोदी मीडिया के माध्यम से और अपने मंत्रियों के माध्यम से दुष्प्रचार पर ज्यादा ध्यान दे रही है। यह भ्रम फैलाने का प्रयास किया जा रहा है कि कृषि कानून किसान हितैषी हैं जबकि किसानों ने स्पष्ट कर दिया है जब तक तीनों किसान विरोधी कानून वापस नहीं लिए जाते कोई वार्ता नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि यही नहीं हिमाचल प्रदेश में भी सरकार हवाई अड्डे के नाम से बल्ह में किसानों की 500 बीघा जमीन लेने पर सरकार उतारू है। जबकि किसान लगातार संघर्षरत हैं कि हवाई अड्डे को किसी दूसरी जगह बनाया जाए। क्योंकि हवाई अड्डे के नाम पर इस जमीन को भी अंबानी ,अडानी को सौंप दिया जाएगा। जिस प्रकार से बड़े-बड़े हवाई अड्डे अडानी को सौंप दिए गए हैं । आज जो खरीद गेहूं की और मक्की की हिमाचल प्रदेश में की जा रही है वह एक मजाक बनकर के रह गई है ।
सरकार पूरी तरह किसानों के प्रति संवेदनहीन हो गई है और अनाज की कीमत नहीं दी जा रही है । इस प्रदर्शन में शामिल सभी वक्ताओं ने इन तीनों कानूनों को तुरंत निरस्त किए जाने और बिजली बिल को वापस लिए जाने के लिए आवाज उठाई । किसानों के ऊपर जितने भी केस बने उन्हें वापस लिया जाए और बिना शर्त उनसे बात की जाए अन्यथा राष्ट्रीय स्तर पर किसानों के समर्थन में सभी संगठन आंदोलन को तेज करेंगे।