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शिमला में पद्मावती का विरोध, फ़िल्म बैन करने की मांग

पी. चंद |

लगातार विवादों को शिकार हो रही फिल्म पद्मावती पर अब राजपूतों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। हालांकि, हिमाचल में भी इस विरोध की चिंगारी बहुत पहले से पहुंच चुकी है, लेकिन अब रोजान फिल्म पद्मावती को लेकर प्रदेश में कहीं ना कहीं विरोध हो रहा है और फिल्म को बैन करने की मांग उठ रही है।

इसी कड़ी में शनिवार को शिमला में क्षत्रिय प्रतिनिधि सभा ने विरोध जताया और फिल्म के निर्देशक संजय लीली भंसाली के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सभा के महासचिव रणदीप सिंह ने आरोप लगाया कि संजय लीला भंसाली ने पद्मावती फ़िल्म में ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ की है, जिसको राजपूत कभी नहीं सहेंगे। पद्मावती ने राजपूत समाज की रक्षा एवं अपने अस्तित्व के लिए खुद को जौहर कर दिया था, लेकिन खिलज़ी के हाथ नहीं आई थी।

साथ ही उन्होंने मांग की कि राजपूत समाज को पहले फ़िल्म दिखाई जाए उसके बाद ही फ़िल्म रिलीज़ होनी चाहिए। अन्यथा फ़िल्म को पूरी तरह से बैन किया जाए। उन्होंने कहा कि भंसाली हमेशा हिंदुओं को टारगेट करते हैं।