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सुंदरनगर अस्पताल में नेत्र रोगयों को मिलेगी फैको ऑप्रेशन सुविधा, डायलिसिस सुविधा का भी हुआ शुभारंभ

सचिन शर्मा |

सुंदरनगर अस्पताल में अब अत्याधुनिक मशीनों के जरिए नेत्र रोगों का उपचार होगा। अस्पताल में नेत्र रोगियों के बेहतर उपचार के लिए फैको मशीन लगाई गई है जिससे मोतियाबिंदए ग्लूकोमा जैसे ऑप्रेशन आधुनिक विधि से किए जा सकेंगे। स्थानीय विधायक राकेश जम्वाल ने सुन्दरनगर अस्पताल में 11 लाख रूपए की लागत से लगाई गई फैको मशीन का विधिवत शुभारम्भ किया। इस दौरान अतिरिक्त उपायुक्त आशुतोष गर्ग भी उपस्थित रहे। इस मौके पर राकेश जम्वाल ने कहा कि प्रदेश सरकार लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए हर सम्भव प्रयास कर रही है। आयुष्मान भारत और हिमकेयर योजना से लोगों को पांच लाख रूपए के नि:शुल्क इलाज की सुविधा मिली है।

उन्होंने कहा कि सुन्दरनगर अस्पताल में 12 करोड़ रूपए की लागत से बनने वाले मातृ शिशु अस्पताल का निर्माण कार्य प्रगति पर है और आगामी दो माह के भीतर इसे लोगों को समर्पित कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि नागरिक अस्पताल सुन्दरनगर में बैड क्षमता बढ़ाकर 150 की गई है व विभिन्न रोगों के 8 विशेषज्ञ चिकित्सकों के अतिरिक्त पद भी स्वीकृत किए गए हैं। 2.78 करोड़ की लागत से अस्पताल भवन की तीसरी मंजिल के निर्माण का प्राकल्लन सरकार को स्वीकृित के लिए भेजा गया है। उन्होंने कहा कि सुंदरनगर में चिकित्सकों व पैरा मेडिकल स्टॉफ  को आवासीय सुविधा प्रदान करने के लिए 9 करोड़ की लागत से भवन निर्माण कार्य भी शीघ्र आरम्भ कर दिया जाएगा।

इस दौरान उन्होंने जिला रेडक्रॉस सोसायटी के सहयोग से नागरिक अस्पताल सुन्दरनगर में लगाए गए 6 डायलासिस यूनिट का भी शुभारम्भ किया। इनमें 4 यूनिट राही किडनी केयर सेंटर जबकि 2 डायलासिस यूनिट सरबत दा भला चैरिटेबल ट्रस्ट ने भेंट किए हैं। राकेश जम्वाल ने सामाजिक संस्थाओं द्वारा जन भलाई के लिए किए गए इस काम की सराहना की। उन्होंने कहा कि जनभागीदारी से जन सेवाओं को और सुलभ बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अस्पताल में डायलिसिस सुविधा उपलब्ध होने से रोगियों को सहुलियत होगी और उनके धन की भी बचत होगी।

इस मौके अतिरिक्त उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने कहा कि इन यूनिटों में प्रतिदिन लगभग 15 से 18 रोगियों का डायलिसिस किया जा सकेगा। बीपीएल परिवारों के लिए यह सुविधा नि:शुल्क होगी। यदि कोई व्यक्ति बीपीएल परिवार के तहत नहीं आता और आर्थिक तौर पर अपना डायलिसिस करवाने में असमर्थ है तो उसे भी रेडक्रॉस के माध्यम से सहायता प्रदान की जाएगी। एपीएल परिवारों के लिए भी निकट भविष्य में डायलिसिस सस्ती दरों पर उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जाएंगे। इस मौके पर विशेष अतिथि के तौर पर उपस्थित सरबत दा भला चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक डॉ. एसपी सिंह ओबरॉय ने कहा कि पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में भी चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा 192 डायलिसिस यूनिट स्थापित किए गए हैं। हिमाचल में भी वो इस दिशा में निरन्तर आगे बढ़ रहे हैं।