हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनावों का मतदान हो चुका है। हालांकि, अभी तक 18 दिसंबर को प्रत्याशियों के भविष्य का फैसला आना बाकी है, लेकिन मसला यहां ये है कि चुनावों से पहले जो घोषणाएं नेताओं द्वारा की गई है वे अब हास्यपद बनती नजर आ रही हैं।
जी हां, ऊना विधानसभा क्षेत्र के मेहतपुर-बसदेहड़ा में ऐसी ही एक घोषणा हुई जिसके एक मजाक का रूप देना गलत नहीं होगा। दरअसल, यहां एक कॉलेज का शिलान्यास हुआ था जिसका अभी तक ना तो निर्माण शुरू हुआ औऱ ना ही कोई बिल्डिंग बनी। लेकिन, इस कॉलेज में क्लासिस शुरू करने की चर्चाएं जोरों पर हैं।
यही नहीं, कॉलेज चालू करने के लिए सरकार ने एक स्कूल के बिल्डिंग में 4 कमरे लेकर कॉलेज खोल दिया है। अभी तक ना तो इस आधे-अधूरे कॉलेज में ना कोई स्टूडेंट है और ना ही कोई स्टाफ। यहां तक की यहां कोई माइग्रेट होकर भी आना चाहे तो उनकी बेसिक सुविधाएं भी यहां पूरी नहीं हो सकती हैं। ऐसे में कौन स्टूडेंट और स्टाफ यहां आना चाहेगा। और यदि आता भी है तो प्रशासन की इस लापरवाही को झेल नहीं पाएगा।
नगर परिषद अध्यक्ष अंजू चंदेल ने कहा कि आनन फानन में ही इसकी घोषणा हुई है और बिना ईमारत तथा स्टाफ के क्लास कैसे बैठेगी इस पर सस्पेंस बना हुआ है। गौरतलब है कि 9 अगस्त 2017 को कॉलेज बनाने की ये अधिसूचना जारी की गई थी और 19 सितंबर को इसका शिलान्यास किया गया था।