14 गोरखा प्रशिक्षण केंद्र के धर्म गुरु ने मंगलवार को ऐतिहासिक सलारिया स्टेडियम में राष्ट्रीय ध्वज के नीचे हिंदू धर्म के पवित्र ग्रंथ गीता पर हाथ रखवाकर कोर्स अग्निविर चार के 305 जवानों को शपथ ग्रहण करवाई।
सुबाथू सेना का सलारिय स्टेडियम मंगलवार को देशभक्ति से गूंजता रहा। सुबह तारो की छाव में भारतीय सेना की वर्दी पहन अग्निवीर के सभी जवान शपथ ग्रहण कर भारतीय सीमा पर मोर्चा संभालने के लिए उत्सक नजर आए। सुबह करीब 8.20 पर सुबाथू सेना के कमांडेंट ब्रिगेडियर पीपी सिंह ( अति वशिष्ठ सेना मेडल, वशिष्ठ सेना मेडल) ने सेना के वाहन में सवार होकर
दीक्षांत परेड का निरीक्षण किया। जिसके बाद सेना के धर्म गुरु के नेतृत्व में राष्ट्रीय गीत की धुन पर सेना की एक टोली स्टेडियम के मुख्य दरबार से शपथ समारोह में शामिल जवानों के तक पहुंची। इस दौरान स्टेडियम में उपस्थित सभी जवानों व दर्शकों ने अपने स्थान पर खड़े होकर तिरंगे को सम्मान दिया। इसके बाद शपथ समारोह में शामिल सभी जवानों ने मार्च पास्ट करते हुए ब्रिगेड़ियर पीपी सिंह (सेना मेडल, अति वशिष्ठ सेना मेडल)को सलामी दी।
ब्रिगेडियर पीपी सिंह ने प्रशिक्षण के दौरान सभी बेस्ट रिक्रूट को समानित किया। वही इस दौरान सेंटर की परंपरा के अनुसार पूरे प्रशिक्षण के बेस्ट रिक्रूट को चांदी की खुखरी देकर सम्मानित किया गया। ब्रिगेडियर पीपी सिंह ने अग्निवीर चार के सभी जवानों को बेहतरीन परेड के साथ भारतीय सेना में शामिल होने पर उन्हें व उनके अभिभावकों सहित जवानों को ट्रेनिंग देने वाले सैनिक गुरुजी को भी बधाई दी। उन्होंने कहा कि अभी देश के लिए काफी चुनौती है। जिसके लिए आप सभी को युद्ध में आधुनिक तरीके की ट्रेनिंग दी गई है। आप सभी से उम्मीद है कि आप देश के लिए ईमानदारी से अपनी सेवा देंगे। ब्रिगेड़ियर पीपी सिंह के संदेश के बाद जवानों ने कदम ताल के साथ भारतीय सीमा की ओर रवानगी का पहला कदम बढ़ाया।
आग के गोले से कूद कर दिखाया जज्बा
14 जीटीसी के जवानों ने शपथ समारोह के दौरान सेना में फिटनस का परिचय भी दिया। सेना की पीटी टीम ने आग के गोले से छलांग मारकर खूब तालियां बटौरी। इस मौके पर सेना के आला अधिकारियों सहित सुबाथू के सभी स्कूलों के बच्चे व अध्यापकगण मौजूद रहे।