जिला सिरमौर के पांवटा साहिब की इंडियन टेक्नॉमैक कंपनी की नीलामी खरीदार ना आने की वजह से टल गई। इंडियन टेक्नो में कंपनी 6000 करोड़ के कर एवं कर्ज घोटाले में फंसी है। प्रदेश उच्च न्यायालय के आदेशों के अनुसार 19 सितंबर को कंपनी की पांवटा साहिब के जगतपुर में स्थित प्लांट एवं प्रॉपर्टी की नीलामी होनी थी। दरअसल, इंडियन टेक्नॉमैक कंपनी की प्रॉपर्टी पर आबकारी एवं कराधान विभाग के साथ-साथ प्रवर्तन निदेशालय ने भी दावा ठोका है और ईडी ने इस प्रॉपर्टी को अटैच करने के लिए प्रदेश हाईकोर्ट में पिटीशन डाली है। बता दें कि इंडियन टेक्नॉमैक का कर एवं कर्ज़ घोटाला हिमाचल का सबसे बड़ा वित्तीय घोटाला है।
देश के सबसे बड़े वित्तीय घोटालों में शुमार इंडियन टेक्नॉमैक कंपनी का यह प्लांट और यह प्रॉपर्टी आज नीलाम नहीं हो सकी। इसके अलावा राकेश शर्मा पर लगभग 22 सौ करोड़ कैट टैक्स बकाया है। चार अन्य सरकारी विभागों की देनदारीयों को जोड़कर यह रकम 6000 करोड़ से अधिक हो गई है। ऐसे में प्रदेश आबकारी एवं कराधान विभाग ने पैसों की रिकबरी के लिए प्रदेश उच्च न्यायालय से इंडियन टेक्नॉमैक कंपनी के जगतपुर में स्थित प्लांट को नीलाम करने की अनुमति मांगी थी। गौरतलब यह है कि 6000 करोड़ के घोटाले का सूत्रधार राकेश शर्मा देश छोड़कर फरार हो चुका है।
हालांकि जांच कर रही प्रदेश सीआईडी और प्रवर्तन निदेशालय के आग्रह पर राकेश शर्मा के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी हो चुका है और राकेश शर्मा को भगोड़ा घोषित कर दिया गया है। मामले की 4 साल से चल रही जांच के दौरान कंपनी के कई निदेशक और जीएम को सीआईडी गिरफ्तार कर चुकी है लेकिन घोटाले के असली गुनहगार को पकड़ने के लिए जांच एजेंसियां अब तक हाथ-पैर मार रही है। उधर, इस बारे में जीडी ठाकुर, सहायक आयुक्त, कराधान विभाग ने बताया की कंपनी के प्लांट की दोबारा नीलामी के लिए विभाग हाईकोर्ट के समक्ष अपना जवाब रखेगा और कंपनी की दोबारा नीलामी के लिए आग्रह किया।