उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर ने शुक्रवार को कांगड़ा ओद्यौगिक क्षेत्र का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने उद्योगपतियों की समस्यायें भी सुनीं और उनकी समस्याओं के हल के लिये संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिये। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को ओद्यौगिक क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं को सुदृढ़ करने के भी निर्देश दिये।
उद्योग मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने निवेशकों को आकर्षित करने के लिए औद्योगिक निवेश नीति को लागू किया है। प्रदेश में ईज ऑफ डूंईंग बिजनेस को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से डिजिटाईजड कर दिया गया है और स्वयं प्रमाणन को भी प्रोत्साहित किया गया है। राज्य सरकार प्रदेश में उद्योग को बढ़ावा देने के लिए अपनी निवेश नीति के अंतर्गत लुभावने प्रोत्साहन उपलब्ध करवा रही है और प्रदेश को निवेश के लिए और अधिक आकर्षित एवं निवेश-मित्र बना रही है।
मंत्री ने कहा कि प्रदेश को आर्थिक रूप से समृद्ध बनाने के लिये युवाओं को स्वरोजगार अपनाने के लिये प्रशिक्षित करने हेतु प्रदेश सरकार द्वारा ठोस प्रयास किये जा रहे हैं। औद्योगिक विकास को गति देने के लिये नीतियों में परिवर्तन किया गया है। लघु और कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने के लिये अलग से नीति बनाई गई है। मुख्यमंत्री दस्तकार प्रोत्साहन योजना जैसी योजनाओं के सकारात्मक परिणाम आने शुरू हो गये हैं।
उद्योग मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री स्टार्ट-अप योजना के अन्तर्गत गत अढ़ाई वर्ष के दौरान 25 इनक्यूबेटी ने अपनी इन्क्यूबेशन अवधि पूरी कर स्टार्ट-अप व्यवसाय आरंभ किया है। इसके अलावा 54 इन्क्यूबेटी अभी इन्क्यूबेशन में हैं। इस योजना के अन्तर्गत 5.42 करोड़ रुपये इन्क्यूबेशन सेंटर स्थापित करने के लिये दिये जा चुके हैं और 95.45 लाख रुपये स्टार्ट-अप को प्रोत्साहन राशि के रूप में दिये गये हैं।