15 जनवरी से 4 मार्च 2019 तक प्रयागराज में कुंभ का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन में प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर और तिब्बत के राष्ट्राध्यक्ष और आध्यात्मिक गुरू दलाई लामा सहित प्रदेशवासियों को न्योता देने के लिए उत्तर प्रदेश के वन एवं पर्यावरण मंत्री उपेन्द्र तिवारी पहुंचे हैं। उन्होंने शिमला में पत्रकार वार्ता में कहा की पीएम के प्रयासों से यूनिस्को से विश्व धरोहर घोषित किया गया है। इस कुम्भ में आने वाले सभी लोगों की बेहतर सुविधाओं का ध्यान में रखा जाएगा।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों की भावनाओं के अनुसार इलाहाबाद का नाम प्रयागराज रखा है। इस कुम्भ में 9 देशों से 5000 से अधिक प्रवासी आ रहे हैं। जिनके रहने का पूरा प्रबंध किया गया है। इसी के साथ विदेशी भक्तों के साथ भारत के 6 लाख से अधिक गांवों के लोग कुम्भ में आएंगे। इस कुम्भ के लिए 2800 करोड़ की धनराशि निर्धारित की गई है। इसके अलावा कुम्भ मेले में विकास कार्यों के ऊपर 4300 करोड़ खर्च किए जा रहे हैं। मेले में 12 से 15 करोड़ के लोगों के आने की उम्मीद है।
गौरतलब है कि प्रयागराज में हर 6 साल के बाद और हर साल माघ मेले में कुम्भ का आयोजन किया जाता है। कुम्भ मेले में पहली बार 10,000 व्यक्तियों की क्षमता वाले गंगा पंडाल को स्थापित किया है। इसके अलावा 1000 लोगों की क्षमता वाले प्रवचन पंडाल और 4 सांस्कृतिक मंडपों को भी स्थापित किया गया है।