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हमीरपुरः राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज में बनाया आईसोलेशन वार्ड, आपात स्थिति में ही अस्पताल आएं गर्भवती महिलाएं

कमल कृष्ण, हमीरपुर |

जिला हमीरपुर में कोरोना वायरस को लेकर राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज के गायनीक्लोजिस्टों ने गर्भवती महिलाओं को खास हिदायत दी है कि जरूरी न हो तो गर्भवती महिलाएं इलाज के लिए अस्पताल न आएं। आपात स्थिति में ही अस्पताल में आकर डॉक्टरों से इलाज करवाएं क्योंकि गर्भवती महिलाओं को कोरोना वायरस से ज्यादा खतरा है। गर्भावस्था के दौरान किसी भी वायरस से जल्द प्रभावित होने का खतरा गर्भवती महिलाओं में सबसे ज्यादा है। इस बात को डॉक्टरों ने भी माना लिया है कि इस स्टेज में महिलाएं किसी भी वारयस की चपेट में जल्द आ सकती है।

हालांकि डॉ. राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज में आईसोलेशन वार्ड बनाया गया है, बावजूद इसके गर्भवती महिलाओं को एहतियात बरतने के लिए कहा गया है। यही नहीं अगर महिला गर्भावस्था के दौरान पूरी तरह स्वस्थ्य है तो चेकअप के लिए डाक्टर के पास आना जरूरी नहीं है। महिलाएं कुछ समय बाद भी डॉक्टर को चेक करवा सकती हैं। हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि प्रसव पीड़ा या किसी अन्य दिक्कत के चलते महिलाओं को अपने स्वास्थ्य की जांच करवाना अनिवार्य है। ऐसी स्थिति में वे अवश्य आकर अपना चेकअप करवाएं।


    
गायनी विभाग के विशेषज्ञ डॉ अनुराग शर्मा का कहना है कि आईसोलेशन वार्ड बनाया गया है। अगर कोरोना के लक्षणों वाला कोई मरीज आता है तो उसे तुरंत आईसोलेशन वार्ड में दाखिल किया जाएगा। वहीं, उन्होंने कहा कि  गर्भवती महिलाओं को कोरोना से अधिक खतरा है। अस्पताल में रोजाना बहुत सारे मरीज आते हैं। अगर किसी में यह वायरस हुआ तो गर्भवती महिलाएं जल्द इसकी चपेट में आ सकती हैं। आपात स्थिति में गर्भवती महिलाएं अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे।