हिमाचल प्रदेश में इजराइली सैलानियों के ठिकाने आतंकियों के निशाने पर हैं। इस बात का खुलासा ख़तरनाक लश्कर आतंकी शेख अब्दुल नईम ने किया है। पुलिस की पूछताछ में नईम ने बताया है कि उसने रेकी के दौरान कुल्लू में समय बिताया। इस दौरान वह कसोल में टेंट में रहता था। शेख अब्दुल नईम दिन भर इजराइली ठिकानों की रेकी करता और रात को टेंट में अपना ठिकाना बना लेता।
एटीएस और एनआईए की टीम ने बीते साल दिसंबर में उत्तर प्रदेश से शेख अब्दुल नईम को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में आतंकी नईम ने खुलासा किया था कि वे जगहें आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के निशाने पर हैं, जहां-जहां इ़ज़राइली रह रहे हैं। नईम ने ये भी कूबला है कि उसने कसोल के साथ-साथ धर्मशाला में भी रेकी की है। जिन टेंटों में लश्कर आतंकी रहा था, वहां के मालिकों ने फोटोग्राफ देखर उसके रहने की पुष्टि भी कर दी है। लेकिन, गौर करने वाली बात ये है कि आतंकी टेंट में बिना किसी पहचान पत्र दिए बगैर रह रहा था।
हिमाचल के कसोल में सबसे ज्यादा इज़राइली सैलानी आते हैं। यहां के ब्यास नदी के किनारे इनका एक भवन भी है। यहां कई तरह के आयोजन होते हैं, जिनमें इजराइली सैलानी हिस्सा लेते हैं। लेकिन, बीते कुछ सालों में यह इलाका खूंखार आतंकी संगठनों के निशाने पर है। संदिग्ध स्थिति को देखते हुए कुल्लू प्रशासन ने सभी होटल, गेस्ट हाऊस, होम स्टे और कैंपिंग साइट चलाने वालों को निर्देश दिए हैं कि ठहरने वालों के दस्तावेज जरूर रखें।