चंबा जिला के ककीरा बाजार की सड़कों में गड्ढे है या गड्ढों पर सड़क है यह जान पाना भी मुश्किल हो गया है। खस्ताहाल कराहती सड़कों पर सिसक रहे यातायात से सुहाना सफर महज सुनहरा ख्वाब बन कर रह गया है। हर साल सड़कों की मरम्मत के नाम पर लाखों खर्च कर दिए जाते हैं, इसके बाद भी सड़कों की दशा सुधर नहीं रही है। सड़कों की मरम्मत में होने वाले खेल ने सवालिया निशान लगा दिया है।
ककीरा से बकलोह तक के मार्ग में इतने खड्डे पड़े हुए है जिसकी वजह से यहां वाहन चलाना तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है। सड़क छोटी होने की वजह से यहां पर अक्सर जाम की समस्या बनी रहती है और ऊपर से सड़क की खस्ता हालत लोगों को और भी मुश्किल में डाल देती है। इस मार्ग पर रोज सफर करने वाले वाहन चालकों को काफी मुश्किल होते हैं क्योंकि उनके नए से नए वाहन भी इस मार्ग पर पड़े खड्डों की वजह से खराब हो जाते हैं। यहां सड़क छोटी व टूटी होने की वजह से अक्सर पैदल चलने वाले लोगों व बच्चों को दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है। कई बार लोगों ने इसके लिए विभाग से आग्रह भी किया है लेकिन अभी तक विभाग ने इस सड़क की रिपेयर का काम नहीं किया है।
स्थानीय लोगों ने बताया ककीरा का बाजार की सड़क जगह-जगह से टूट जाने की वजह से यहां पर वाहन चलाने में वह पैदल चलने में काफी दिक्कत होती है। उन्होंने बताया कि यहां पर सड़क बहुत छोटी है और ऊपर से टूटी हुई है जिसकी वजह से यहां स्कूल में जब बच्चों को छुट्टी होती तो अक्सर यहां जाम की समस्या बन जाती है ऊपर से बच्चों को चोट लगने का भी खतरा रहता है। वाहन चालको ने बताया कि उनके नए से नए वाहन भी यहां पर खटारा हो जाते हैं।
उन्होंने बताया की सड़क पर खड्डों में जम्प लगले की वजह से गाड़ी की क्लच प्लेट व पट्टे अक्सर टूट जाते हैं जिसकी वजह से उन्हें काफी खर्चा करना पड़ता है। ऊपर से अक्सर यहां जाम की समस्या बनी रहती है। उन्होंने कहा कि ककीरा से बकलोह तक के मार्ग पर अगर न्य नहीं बनाया जाता है तो कम से कम तारकोल या सीमेंट से ही रिपेयर कर दिया जाए ताकि लोगों को किसी तरह की दिक्कतों का सामना ना करना पड़े।