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सुक्खू सरकार का कर्मचारी विरोधी चेहरा उजागर : जयराम ठाकुर

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  • जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर कर्मचारी विरोधी नीतियां अपनाने का आरोप लगाया।

  • विधानसभा में पास विधेयक से अनुबंध कर्मचारियों की वरिष्ठता और वित्तीय लाभों पर नकारात्मक प्रभाव।

  • सरकार पर वोट बैंक की राजनीति और कर्मचारियों को धोखा देने के आरोप।


Jairam slams Sukhu on OPS politics:  नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर तीखा हमला करते हुए इसे कर्मचारी विरोधी करार दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने विधानसभा में भर्ती और सेवा शर्तों को लेकर एक ऐसा संशोधन विधेयक पास किया है, जिससे अनुबंध कर्मचारियों की वरिष्ठता और इंक्रीमेंट प्रभावित होंगे। जयराम ठाकुर का कहना है कि इस विधेयक से उन कर्मचारियों के वित्तीय लाभों पर असर पड़ेगा, जो नियमित होने से पहले अनुबंध पर काम करते थे।

उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि यह संशोधन कर्मचारियों के हितों के खिलाफ है और इसे बहुमत के बल पर जबरन पास किया गया है। ठाकुर ने कहा कि अनुबंध कर्मचारी पब्लिक सर्विस कमीशन और राज्य चयन आयोग की परीक्षा पास करके आते हैं और उनका अनुबंध कार्यकाल भी उनके लाभों के लिए गिना जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह कर्मचारी अदालत में जाकर अपने अधिकार हासिल करेंगे, जिससे सरकार को और अधिक आर्थिक नुकसान होगा।

जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर यह भी आरोप लगाया कि उसने पुरानी पेंशन योजना (OPS) बहाल करने के नाम पर वोट बैंक की राजनीति की, लेकिन अब कर्मचारियों के साथ धोखा करने की तैयारी में है। उन्होंने कहा कि दो साल के कार्यकाल में यह सरकार एक भी डॉक्टर की भर्ती नहीं कर पाई है, जबकि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के बड़े दावे कर रही है।

नेता प्रतिपक्ष ने यह भी कहा कि सुक्खू सरकार अपने कार्यकाल में नई नौकरियां देने का दावा कर रही है, लेकिन वास्तविकता यह है कि अधिकतर भर्तियां भाजपा सरकार के कार्यकाल में शुरू हुई थीं, जिनका परिणाम अब आ रहा है।