एक तरफ सरकार गरीबों के लिए नई नई योजनाएं ला रही है वहीं, दूसरी तरफ इन योजनाओं का लाभ लेने वाले गरीबों को पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है । ऐसा ही एक मामला कांगड़ा के जयसिंहपुर की दगोह पंचायत का सामने आया है। उक्त पंचायत में ग्राम सभा की कारवाई चल रही थी। उसी दौरान उपस्थित लोगों ने पंचायत मुर्दाबाद के नारे लगाए।
गौरतलब है कि सरकार के दिशानिर्देशों अनुसार ग्राम सभा मे अपात्र लोगों को बीपीएल से हटाकर पात्र लोगों को शामिल किया जा रहा है। इसके चलते दगोह पंचायत में भी ग्राम सभा का आयोजन हुआ। इस दौरान कुछ लोगों को यह कहकर अपात्र घोषित कर दिया कि उन्होंने मनरेगा में काम नहीं किया है और नाम बीपीएल से काट दिया गया । जिसकी पूछताछ के लिए लोगों ने अपने वार्ड सदस्यों से सम्पर्क किया। उन्हीं में से एक साहब सिंह ने भी अपनी वार्ड सदस्य दया देवी से मनरेगा के कामों की जानकारी न देने का कारण पूछा तो दया देवी ने साहब सिंह को जूते से मारने की बात कर दी। जिसकी शिकायत साहब सिंह ने पंचायत प्रधान व उपस्थित अन्य अधिक अधिकारियों से की कि दया देवी किस हैसियत से उसके सिर पर जूती मारने की बात कर रही है।
लेकिन इस बात पर किसी प्रकार की कोई कारवाई न होती देख साहब सिंह और वहीं मौजूद अन्य लोगों ने पंचायत के विरुद्ध मुर्दाबाद के नारे लगाए साथ ही साहब सिंह ने कहा कि उसे दया देवी मनरेगा के काम मे नहीं लगाती है और उसे कहती है कि वह बायकाट है । साहब सिंह ने पंचायत से यह भी पूछा कि उसने क्या गुनाह किया है जिस कारण वह बायकाट है । बात कुछ भी रही हो क्या पंचायत प्रतिनिधियों को इस प्रकार की भाषा शोभा देती है। इस सारी घटना का एक वीडियो भी वायरल हुआ है।