जलवाहक और जलवाहक सेवादारों की हालत किसी से छिपी नहीं है। प्रदेश में कुल 7500 के करीब जलवाहक हैं, जिनमें 4 हजार डेली वेज पर काम करते हैं और 3500 पार्ट टाइमर हैं। ख़ास बात की इनमें लगभग 6 हजार महिलाएं हैं। ये लोग वेतन बढ़ाने और नियमित किए जाने की मांग कर रहे हैं।
हमीरपुर में राज्य के 8 जिलों से अंशकालीन जलवाहक और जलवाहक सेवादरों ने बैठक की। बैठक में इन लोगों ने वेतन बढ़ोतरी और जो 10 साल से जलवाहक है उसको नियमित किए जाने की मांग की।
जलवाहक सेवादार संघ के महासचिव ने कहा कि 2012 से सरकार की तरफसे उन्हें कोई मदद नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि उनकी कुछ मांगे हैं, जिन पर सरकार को तुरंत ध्यान देना चाहिए। जिनमें,
- अंशकालीन जलवाहकों की सैलरी 1900 से बढ़ाकर 4000 किया जाए
- 10 साल से सेवाएं दे रहे जलवाहकों को नियमित किया जाए
- रिटायरमेंट की उम्र सीमा भी बढ़ाई जाए
गौरतलब है कि जलवाहक जैसी नौकरियों में सबसे ज्यादा दिव्यांग या वीडो औरतें हैं। इनको अपनी कमाई से पूरे परिवार का खर्च उठाना पड़ता है। लेकिन, वर्तमान वेतन में इन्हें घर चलाना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में इन्होंने पिछली सरकार में भी अपनी मांग रखी थी और वर्तमान सरकार से भी गुजारिश कर रहे हैं।