जूनियर ऑफिस अस्सिटेंट इन्फॉरमेशन टेक्नोलॉजी (जेओए आईटी) पोस्ट कोड 965 का पेपर लीक हो गया है। परीक्षा रद्द करनी है या नहीं इसे लेकर कर्मचारी चयन आयोग बैठक कर रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक अभिलाष ने जेओए आईटी पेपरलीक के संबंध में विजिलेंस को सूचना दी। उसने विजिलेंस को संजय नाम के शख्स के बारे में बताया। संजय ने अभिलाष को 2.50 लाख रुपये में जेओए आईटी का प्रश्नपत्र उपलब्ध करवाने की बात कही। जेओए आईटी पोस्ट कोड 965 की यह परीक्षा रविवार 25 दिसंबर को आयोजित होनी थी।
विजिलेंस की टीम ने तथ्यों को जांचा और फिर सुनियोजित तरीके से अभिलाष को साथ लेकर जाल बिछाया। शुक्रवार को फिर आरोपी संजय ने अभिलाष को संपर्क किया और एनआईआईटी हमीरपुर के पास बुलाया। दोनों यहां मिले। इसके बाद आरोपी संजय अभिलाष को हमीरपुर हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी ले गया।
उसके बाद यह दोनों हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में कर्मचारी चयन आयोग की गोपनीय ब्रांच में कार्यरत वरिष्ठ अधीक्षक उमा आजाद के घर पर पहुंचे। यहां पर वरिष्ठ अधीक्षक उमा आजाद और उसके बेटे निखिल आजाद को रिश्वत की रकम ढाई लाख रुपये और हल किए प्रश्नपत्र के साथ गिरफ्तार किया गया।
विजिलेंस ने कर्मचारी चयन आयोग के हमीरपुर स्थित कार्यालय में डेरा डाला हुआ है। पेपर लीक और रिश्वत का मामला आयोग के कार्यालय से बाहर आया है। आज सुबह छह बजे प्रदेश भर के उपमंडल के लिए आयोग से टीमें रवाना हुई थीं। रिश्वत और पेपर लीक करने वाली वरिष्ठ अधीक्षक उमा आजाद आज घुमारवीं गई हुई थी।
उमा आजाद उपमंडल सुजानपुर की रहने वाली है और हमीरपुर में भी घर बनाया है। पिछले तीन वर्षों से चयन आयोग की गोपनीय ब्रांच में सेवाएं दे रही थी। अभी इस मामले में विजिलेंस की कार्रवाई जारी है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजिलेंस रेणू शर्मा ने कहा कि विजिलेंस की कार्रवाई जारी है। जांच पूरी होने के बाद रिपोर्ट सार्वजनिक होगी।
जेओए आईटी की परीक्षा के लिए प्रदेश भर में 476 परीक्षा केंद्र स्थापित किए गए हैं। 1,03,344 अभ्यर्थियों को एडमिट कार्ड जारी किए गए थे। कर्मचारी चयन आयोग ने मई 2022 में जूनियर ऑफिस असिस्टेंट आईटी के 198 पदों के लिए आवदेन मांगे थे। अक्तूबर 2022 में 121 पद और जोड़े गए। अब यह भर्ती कुल 319 पद भरने के लिए आयोजित की जा रही थी।