जिला कांगड़ा के इंदौरा से एक पत्रकार की कोरोना से मौत हो गई। बता दें कि पप्पी धालीवाल डमटाल से एक दैनिक समाचार पत्र के लिए पिछले लगभग 25 सालों से सेवाएं दे रहे थे। हिमाचल में किसी पत्रकार की कोरोना के चलते यह पहली मौत है। जिसे लेकर फतेहपुर, इंदौरा और डमटाल के पत्रकारों ने कहा कि पत्रकार जो कोरोना काल में अपने जीवन की परवाह किए बिना सूचनाएं और समाचार जन-जन तक पहुंचाने के लिए भाग दौड़ में जुटे हुए हैं, ऐसे में सरकार संबद्धता प्राप्त और गैर संबद्धता प्राप्त सभी तरह के पत्रकारों को कोरोना वॉरियर घोषित करें और किसी भी पत्रकार की कोरोना से मृत्यु होने पर उसके परिवार को 50 लाख रुपये देने का प्रावधान किया जाए। इस अवसर पर सभी पत्रकारों ने कहा कि इस मांग को प्रदेश स्तर पर उठाया जाएगा।
इससे पहले इन्दौरा और डमटाल के पत्रकारों ने वन विभाग विश्राम गृह इंदौरा में दौ मिनट का मौन रखा और दिवंगत की आत्मा शांति तथा शोक संतृप्त परिवार को इस दु:ख को सहन करने की शक्ति प्रदान किए जाने की प्रार्थना की। दिवंगत अपने पीछे अपनी पत्नी और बेरोजगार बेटे को छोड़ गया है। परिवार पर इस अकस्मात् मृत्यु से दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
इसकी पुष्टि सिविल सर्जन सिविल अस्पताल पठानकोट भूपिंदर सिंह द्वारा की गई है ओर उन्होंने बताया कि मृतक की पत्नी भी क्रोना पॉजिटिव पायी गयी है अतः पठानकोट में एक कवरन्टीन सेंटर में जेरे इलाज है अतः बाकी का परिवार फिलहाल क्रोना नेगेटिव है।