कलराज मिश्र ने हिमाचल प्रदेश के 26वें राज्यपाल के रूप में शपथ ली। शिमला राजभवन में मुख्य न्यायाधीश बी रामा सुब्रमण्यम ने उन्हें पद एवम गोपनीयता की शपथ दिलाई। कलराज मिश्र को आचार्य देवव्रत की जगह हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया है। उधर आज से हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल रहे आचार्य देवव्रत ने भी गुजरात का कार्यभार संभाल लिया है। शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और प्रेम कुमार धूमल, विधानसभा अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल, विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। इसके अलावा उत्तरप्रदेश के उनके कई समर्थक भी समारोह का हिस्सा बने।
कलराज मिश्र का जन्म एक जुलाई 1941 को उत्तरप्रदेश के गाजीपुर जिले के सैदपुर के मलिकपुर गांव में हुआ, जबकि कलराज मिश्र के पूर्वज जिले के पयासी गांव के मूल निवासी हैं। 1963 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक के रूप में उन्होंने गोरखपुर से अपना राजनीतिक सफ़र शुरू किया। जनता पार्टी की सरकार में पहली बार दो मार्च 1978 को मिश्र को राज्यसभा का सदस्य बनाया गया। वह सबसे कम उम्र के राज्यसभा सदस्य थे। 1986 से वर्ष 2002 तक तीन बार विधान परिषद के सदस्य रहे।
उतर प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनने पर वर्ष 1997 से 2000 के बीच कई महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री रहे। 2002 से 2012 तक दो बार राज्यसभा के सदस्य चुने गए। इसी बीच वर्ष 2012 में इन्होंने लखनऊ पूर्वी विधानसभा क्षेत्र के विधानसभा का चुनाव लड़ा ओर जीते। बीजेपी नेता कलराज मिश्रा साल 2014 से 2019 तक यूपी के देवरिया से सांसद रहे थे। इस मर्तबा 78 वर्षीय कलराज मिश्र ने बढ़ती उम्र के चलते चुनाव नही लड़ा। पार्टी ने कलराज मिश्र को हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल बनाकर भेजा है।