Kangana Ranaut on Dowry Laws: कर्नाटक के बेंगलुरु में 9 दिसंबर को आत्महत्या करने वाले इंजीनियर अतुल सुभाष की घटना ने दहेज कानून के दुरुपयोग पर तीखी बहस छेड़ दी है। अतुल सुभाष ने अपने 24 पन्नों के सुसाइड नोट में अपने वैवाहिक जीवन की परेशानियों और पत्नी व ससुराल वालों द्वारा प्रताड़ित किए जाने का उल्लेख किया। इसमें उत्तर प्रदेश के एक न्यायाधीश के खिलाफ भी गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
इस मामले पर अभिनेत्री और भाजपा सांसद कंगना रणौत ने कहा कि किसी एक महिला की गलती के कारण अन्य महिलाओं को प्रताड़ित करने की अनुमति नहीं दी जा सकती। एएनआई से बातचीत में कंगना ने कहा, “मैं स्तब्ध हूं। उनका वीडियो बेहद भावुक कर देने वाला है। यह मामला कम्युनिज्म, सोशलिज्म और फेमिनिज्म से प्रेरित लगता है। हालांकि, 99 प्रतिशत शादियों में पुरुषों की गलती होती है, लेकिन करोड़ों रुपये की वसूली निंदनीय है।”
अतुल सुभाष के भाई विकास ने पीटीआई से बातचीत में कहा, “मैं चाहता हूं कि मेरे भाई को न्याय मिले। देश में एक ऐसी कानूनी प्रक्रिया होनी चाहिए जो पुरुषों को भी न्याय दिला सके। भ्रष्टाचार में लिप्त न्यायिक पदाधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि लोग न्याय की उम्मीद कर सकें।”
इस घटना ने समाज में दहेज कानून और पुरुषों के अधिकारों को लेकर नई बहस छेड़ दी है। अतुल का सुसाइड नोट न केवल उनके दर्द की कहानी बयां करता है, बल्कि न्यायिक व्यवस्था में सुधार की मांग भी उठाता है।