जैसे जैसे प्रदेश मे पंचायत चुनाव पास आ रहे हैं बैसे ही पंचायतों में भ्रष्टाचार के मामले भी उजागर होने शुरु हो गये हैं। ऐसा ही एक मामला विकास खंड फतेहपुर के अधीन आती ग्राम पंचायत सिद्धपुरघाड़ में सामने आया है। जहां पंचायत में सरकारी पैसे का दुरुपयोग करने सहित अन्य कई स्कीमों में अनियमितता बरतने का खुलासा हुआ है। प्राप्त जानकारी अनुसार पंचायत निवासी संजय कुमार ने सूचना का अधिकार (RTI) के तहत जानकारी मांगी थी जिस पर यह खुलासा हुआ है।
संजय कुमार ने बताया कि पंचायत के द्वारा सोलर लाइट लगाई गई थी जोकि गाजियाबाद कंपनी की बताई जा रही थी। लेकिन जब उसकी बिलिंग बारे आरटीआई मांगी गई तो सोलर लाइट चंडीगढ़ की पाई गई । सोलर लाइट की कीमत 6 से 9 हजार रुपए है जबकि बिलों पर उसकी कीमत 24990 रुपए दर्शाई गई। आखिरकार बिना कोटेशन गाजियाबाद की कंपनी को लाइट लगाने की सूचना कैसे मिली और उसकी कीमत ज्यादा क्यों दर्शाई गई, यह भी एक सवाल है।
शिकायतकर्ता ने बताया कि इसके अलावा पंचायत में शहीद सुभाष चंद मार्ग के लिए विधायक निधि से जो पैसा आया था उसका भी दुरूपयोग किया गया है। उक्त पैसा खर्च तो हुआ लेकिन उससे शहीद सुभाष चंद मार्ग पर नहीं हुआ। उक्त पैसा कहां खर्च हुआ, इसकी जानकारी भी नहीं है। संजय कुमार ने कहा कि जांच अधिकारी ने जांच कर माना था कि पंचायत में सरकारी राशि का दुरुपयोग हुआ है लेकिन उसका अभी तक हमें लिखित में कोई जवाब नहीं मिला।
संजय कुमार ने कहा की पंचायत में एक ऐसे व्यक्ति के द्वारा पंचायत के कार्यों को किया हुआ दर्शाया जा रहा है जिसके पास किसी प्रकार का कोई भी ट्रैक्टर नहीं है जो ट्रैक्टर उसके पास था उसने करीब 4 साल पहले ही बेच दिया था और पंचायत के द्वारा उसके खाते में ट्रैक्टर द्वारा किए गए कार्य के लिए करीब दस लाख रुपए की राशि जमा हो चुकी है जबकि उक्त व्यक्ति ने ट्रैक्टर को कई वर्ष पहले ही कबाड़ में बेच दिया गया था अभी उस व्यक्ति के पास किसी भी प्रकार का कोई भी ट्रैक्टर नहीं है। संजय कुमार ने पंचायत प्रधान पर आरोप लगाते हुए कहा कि विकास के कार्यों के नाम पर सरकारी पैसे का दुरुपयोग किया गया है। संजय कुमार ने कहा कि अगर विभाग द्वारा प्रधान के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई तो वह 28 अक्तूबर के बाद विकास खंड फतेहपुर में सांकेतिक धरना देंगे लेकिन उसके बावजूद भी जबाब नहीं मिला तो भूख हड़ताल की जाएगी जिसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार, प्रशासन व विभाग की होगी
इस बारे में जब पंचायत प्रधान परमजीत कौर से पूछा गया तो उन्होंने समस्त आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि छवि को धूमिल करने से ऐसा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह हर किसी जांच करवाने से सहमत है। वहीं, इस बारे में बीडीओ फतेहपुर राज कुमार ने कहा कि इसकी जांच चल रही है । जल्द ही रिपोर्ट आगामी कार्रवाई हेतु उच्चाधिकारियों को भेज दी जाएगी।