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कांगड़ा जिला कोविड की संभावित तीसरी लहर से निपटने को तैयार: डीसी

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उपायुक्त कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि कोविड की संभावित तीसरी लहर से मजबूती के साथ निपटने के लिए जिला प्रशासन ने तैयारियां आरंभ कर दी हैं। इसके लिए स्वास्थ्य अधोसंरचना की मजबूती के साथ साथ आवश्यक स्वास्थ्य उपकरण जुटाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को जिला में ऑक्सीजन युक्त बिस्तर तथा आईसीयू सुविधा को और मजबूत बनाने के निर्देश दिए हैं। 

उन्होंने कहा कि कोविड से बचाव के लिए स्वास्थ्य संस्थानों में आवश्यक सुविधाओं के लिए प्लान तैयार करने के लिए भी कहा गया है। इसके साथ कांगड़ा जिला के धर्मशाला, पालमपुर, नुरपुर और टांडा अस्पताल में आक्सीजन की आपूर्ति के लिए पीसीए प्लांट्स के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश भी दिए गए हैं। जोनल अस्पताल धर्मशाला के ऑक्सीजन की उपलब्धतता को 300 एलएमपी से बढ़ाकर आठ सौ एलएमपी किया जाएगा इसके साथ ही देहरा के लिए मैनीफोल्ड आक्सीजन प्लांट स्वीकृत किया गया है सामुदायिक अस्पताल पालमपुर में पाइप लाइन स्थापित कर दी गई है, नुरपुर के लिए भी आक्सीजन प्लांट की स्वीकृति मिली है।

डा निपुण जिंदल ने कहा कि देहरा तथा इंदौरा क्षेत्र में भी कोविड प्रबंधन के लिए नई व्यवस्थाएं तैयार की जाएंगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को आवश्यक कदम उठाने के लिए कहा गया है ताकि इन क्षेत्रों के लोगों को भी स्वास्थ्य की बेहतर सुविधाएं मिल सकें। कांगड़ा जिला के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में कोविड के उपचार के लिए 1400 के करीब बेड्स की व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ ही कोविड की तीसरी लहर से बच्चों के बचाव के लिए भी आवश्यक प्रबंध किए जा रहे हैं। 

कांगड़ा जिला में कोविड टेस्टिंग पर रहेगा विशेष फोक्स

उपायुक्त ने कहा कि कोविड से बचाव के लिए टेस्टिंग पर विशेष बल दिया जाएगा। इसके लिए आवश्यक निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए गए। पर्यटकों की आवाजाही बढ़ने के साथ साथ बाजारों में भी लोगों का आवागमन आरंभ हो गया है जिसके चलते होटल के स्टाफ सहित दुकानदारों के लिए भी टेस्टिंग के लिए विशेष शिविर आयोजित किए जाएंगे। इसमें पर्यटन स्थलों के नजदीक कोविड टेस्टिंग के लिए विशेंष प्लान तैयार करने के लिए स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए गए हैं ताकि कोविड संक्रमण का प्रारंभिक तौर पर ही पता लगाया जा सके और आवश्यक कदम उठाए जा सकें। 

उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर पर रेंडम सेंपलिंग के लिए भी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। कांगड़ा में जिला में प्रतिदिन तीन हजार के करीब लोगों की प्रतिदिन टेस्टिंग की जा रही है तथा इस संख्या को और भी बढ़ाया जाएगा। सार्वजनिक स्थलों पर मास्क का उपयोग करना अनिवार्य है तथा मास्क का उपयोग नहीं करने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी इस के लिए पुलिस प्रशासन को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।