हिमाचल प्रदेश के मैदानी इलाकों में इन दिनों गेहूं की बिजाई का सीजन चल रहा है। लेकिन समय पर बीज न मिलने से किसानों को गेहूं की बिजाई करने में देरी हो रही है। कांगड़ा जिला के ज्वाली उपमंडल में किसान खाद और गेहूं बीज के लिए इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं। यहां इन दिनों गेहूं बीज की खरीद के लिए काफी मारामारी चल रही है। कृषि कार्यालय ज्वाली में भी सुबह से ही किसानों की गेहूं बीज खरीद के लिए लंबी लाइन लग जाती हैं। कभी लोग फतेहपुर ब्लॉक में जाते हैं तो कभी नगरोटा सूरियां ब्लॉक के चक्कर काट रहे हैं। इसके बाद भी गेहूं का बीज नहीं मिल पा रहा है।
बता दें कि जवाली क्षेत्र कृषि बहुल क्षेत्र है। यहां के ज्यादातार किसान खेतीबाड़ी करते हैं और उसी से परिवार का पालन-पोषण होता है। किसानों ने कहा कि हर बार ही बीज और खाद के लिए भटकना पड़ता है। इस बार भी यही हाल है। अगर समय पर बीज नहीं मिला तो बिजाई करने में देरी हो जाएगी जिससे पैदावार भी प्रभावित होगी। किसानों ने मांग की है अतिशीघ्र गेहूं बीज और खाद उपलब्ध करवाई जाए ताकि समय पर बिजाई हो सके।
उधर, कृषि प्रसार अधिकारी डॉ सुनीता बालिया ने बताया कि गेहूं की बीज की कोई कमी नहीं है। 700 क्विंटल बीज बिक चुका है जोकि दूसरे ब्लॉकों के किसान भी यहीं से ही बीज को खरीद रहे हैं इसलिए कुछ कमी आई है । उन्होंने कहा कि 300 क्विंटल बीज एक-दो दिन में आ रहा है । इसके अलावा भी गेहूं बीज की अतिरिक्त डिमांड दी गई है।