प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। कांगड़ा जिले में ही सक्रिय केस 1500 से अधिक हो गए हैं। डा. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल कांगड़ा स्थित टांडा का सुपरस्पेश्यलिटी ब्लॉक शुक्रवार को फिर बंद कर दिया गया। इसकी चौथी और पांचवीं मंजिल पर कोविड वार्ड बना दिया गया है। मेक शिफ्ट कोविड अस्पताल के सीसीयू वार्ड से कुछ मरीजों को इसमें शिफ्ट कर दिया गया है।
टांडा मेडिकल कॉलेज में पिछले माह मेक शिफ्ट कोविड अस्पताल शुरू किया गया था। केंद्र सरकार की सहायता से इस अस्पताल को निजी कंपनी से तैयार किया है। 64 बिस्तर के इस अस्पताल में 16 बिस्तर के सीसीयू वार्ड समेत दो सामान्य वार्ड हैं। यहां कांगड़ा, चंबा, ऊना, हमीरपुर, मंडी व कुल्लू जिलों से कोरोना से संक्रमित गंभीर मरीज भर्ती हैं। कोविड अस्पताल के 16 बिस्तर के सीसीयू वार्ड में हर बिस्तर के साथ वेंटीलेटर है। सूत्र बताते हैं कि इस वार्ड में ऑक्सीजन की आपूर्ति में दिक्कत आ रही है। छह सात मरीजों को हाईफ्लो ऑक्सीजन की जरूरत होने पर आपूर्ति में दिक्कत आ रही है। अस्पताल प्रशासन ने इस संबंध में संबंधित कंपनी से संपर्क किया है, परंतु अभी तक दिक्कत दूर नहीं हो पाई है। यही वजह है कि अस्पताल प्रशासन को सुपरस्पेश्येलिटी ब्लॉक को बंद कर चौथी व पांचवीं मंजिल पर कोविड वार्ड बनाना पड़ा है।
सुपरस्पेश्येलिटी ब्लॉक को फिर बंद कर देने से कार्डियोलॉजी, न्यूरो सर्जरी, सीटीवीएस समेत अन्य विभाग बंद हो गए हैं। इन विभागों की ओपीडी अब पहले की तरह मेडिसिन, सर्जरी समेत अन्य विभागों के कमरों में ही चलेगी। कैंसर रोग विभाग की ओपीडी सुपरस्पेश्येलिटी ब्लॉक की धरातल मंजिल में वार्ड में चलेगी।
दिल के मरीजों के लिए नहीं कोई व्यवस्था
सुपरस्पेश्येलिटी ब्लॉक में कार्डियोलॉजी विभाग की ओपी डी समेत कैथ लैब भी बंद होने से दिल के मरीजों को दिक्कत का सामना करना पड़ेगा। उनकी सिर्फ रूटीन जांच ही हो पाएगी। हृदय रोग विभाग की ओपीडी में ही आजकल 100 से अधिक मरीज जांच के लिए पहुंच रहे थे। हालांकि कैंसर रोग विभाग की तरह कैथ लैब को खुला रखकर दिल के रोगियों को राहत पहुंचाई जा सकती थी, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने इस और सोचा ही नहीं। सूत्र बताते हैं वीरवार को बैठक के दौरान कैथ लैब को खुला रखने का निर्णय लिया गया था, लेकिन शुक्रवार को इसे अचानक बंद करने का फरमान सुना दिया गया। शुक्रवार को जो मरीज पहुंचे थे उन्हें भी बिना इलाज ही लौटना पड़ा।
मेडिकल कॉलेज टांडा के प्राचार्य डॉ. भानू अवस्थी ने बताया कि धर्मशाला के कोविंड वार्ड व टांडा मेडिकल कॉलेज का कोविड अस्पताल कोरोना से संक्रमित मरीजों से पैक हो गए हैं। कोविड अस्पताल टांडा में कांगड़ा समेत ऊना, हमीरपुर, मंडी इत्यादि जिलों से कोरोना से संक्रमित गंभीर मरीज भर्ती हैं। ज्यादा होने होने के कारण सुपरस्पेश्येलिटी ब्लॉक को कोविंड में बदलना पड़ा है। इस ब्लॉक में चल रही ओपीडी को अन्य विभागों में चलाया जाएगा। दिल के रोगियों को आइजीएमसी शिमला रेफर किया जाएगा।