पिछले लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर लड़ाई लड़ रहे पंचायत चोकीदारों को आज दिन तक इस इंसाफ नहीं मिल पाया है। अपने इंसाफ को लेकर आज एक बार फिर पंचायत चौकीदार संघ डीसी कांगड़ा से मिला ओर अपनी मांगे पूरी करने की गुहार लगाई। डीसी कांगड़ा से मिले पंचायत चौकीदार संघ के सदस्य कमल कुमार ने कहा कि पंचायत चोकीदार प्रदेश की विभिन्न पंचायतों में 40 वर्षों से कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पंचायत चोकीदार सुबह 9:30 बजे और शाम 5 बजे तक पंचायत कार्यालय में काम करते हैं और हर महीने सरकार के आदेशानुसार कोई ना कोई ग्राम सभा कराई जाती हैं। जिसमें लोगों को घर-घर जाकर सूचना पंचायत चौकीदार के माध्यम से दी जाती है। पंचायतों में सुबह से शाम तक अपनी सेवाएं देने के बाद 5300 रुपये वेतन के रूप में दिए जाते हैं ।
कमल ने कहा कि वह पंचायत चोकीदारों के लिए स्थाई नीति बनाने बारे और उन्हें समय समय पर नियमित करने तथा उनके मासिक वेतन में बढ़ोतरी करने बारे कई बार मुख्यमंत्री पंचायती राज मंत्री से मिल चुके हैं। बावजूद इसके उनकी इन मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा है। पंचायत चौकीदार संघ के सदस्यों ने कहा कि अब उनके पास एक अंतिम विकल्प बचा है वो केबिनेट की मीटिंग है। अगर सरकार केबिनेट में पंचायत चोकीदारों के लिए कोई निर्णय नहीं लेती है तो फिर चोकीदार अपनी पंचायतों में धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।