नूरपुर की ग्राम पंचायत मिलख का 30 बर्षीय चैन सिंह शहीद 1971 में भारत-पाक युद्ध में शहीद हो गया था। शहीद चैन सिंह की याद में शहीद के माता-पिता ने कोट पलाहड़ी स्कूल में एक कमरा बनवाया था। लेकिन अब शहीद के परिवार को बिना बताए, कमरा तोड़ दिया है। जिस कारण से शहीद के परिवार वालों में काफी रोष है।
शहीद के भाई जगदीश सिंह ने बताया कि उसका भाई 1971 की लड़ाई में पूंछ सेक्टर में तैनात था और लड़ाई के दौरान घायल हो गया और दिल्ली अस्पताल में चैन सिंह ने अंतिम सांस ली। चैन सिंह की याद में माता-पिता ने कोट पलाहड़ी स्कूल, जो उस समय प्राथमिक स्कूल था, में एक कमरे का निर्माण करवाया। अभी इस जगह पर बारहवीं स्कूल बन चुका है। सरकार द्वारा ढाई करोड़ रुपये का भवन बन रहा है और जो शहीद की याद में कमरा बनवाया था, उसे गिरा दिया गया।
जगदीश सिंह ने बताया कि शहीद चैन सिंह की यादगार मिटा दी गई, जिससे हम बहुत दुखी हैं। प्रधानमंत्री से लेकर पंचायत प्रधान तक गुजारिश की, सभी ने आश्वाशन दिया। जगदीश सिंह ने कहा कि बड़े दुख की बात है कि शहीदों का सम्मान होना चाहिए, लेकिन वह अपमानित महसूस कर रहे हैं। हमारे घरों में कोई सड़क सुविधा नहीं है। हम पांच भाईयों में चार सैनिक थे, लेकिन आज तक सड़क सुविधा नहीं मिल पाई।