मंडी के कोटरोपी में हुए दर्दनाक हादसे के बाद सरकार सतर्क हो गई है और अब कोई और रिस्क नहीं लेना चाहती। जहां कहीं लैंडस्लाडिंग या बाढ़ की आशंका हो रही है वहां इससे बचने के लिए कदम उठाए जाने के निर्देश विभाग को दिए जा रहे हैं। इसी कड़ी में स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने अपने काजा दौरे के दौरान लोसर, चिचोंग और गांव में प्राकृतिक आपदा से बचने के लिए प्राथमिकता के आधार पर कदम उठान के निर्देश दिए।
कौल सिंह ने सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि क्षेत्र के श्वेता नाला में बाढ़ नियंत्रण कार्य का शीघ्र आरंभ किया जाए। क्योंकि, इस नाले में पानी बढ़ने से लोसर और चिचोंग गांव में बाढ़ का खतरा बढ़ जाता है। इसके अतिरिक्त अन्य सरकारी संपति को भी नुकसान की आशंका रहती है। उन्होंने माने गांव में भूस्खलन को रोकने के लिए प्राथमिकता देने के निर्देश दिए।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों के साथ-साथ प्रदेश के अन्य दूरदराज क्षेत्रों डोडरा-क्वार और पांगी इत्यादि के स्वास्थ्य केंद्रों को टेलीमेडिसिन सुविधा से जोड़ा जाएगा, ताकि लोगों को उनके घरद्वार पर स्वास्थ्य सुविधा मिल सके। कौल सिंह गुरुवार को काजा में जनजातीय उपयोजना के तहत किए गए विकास कार्यों को लेकर उपमंडल स्तर के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।