केसीसी बैंक के अध्यक्ष डॉ. राजीव भारद्वाज ने कहा कि केसीसी बैंक का कुल बारोबार 22000 करोड़ रुपये का और बैंक ने बर्तमान वित्त वर्ष में अभी तक कुल 38 करोड़ रुपये का लाभ अर्जित किया है। ये लाभ पिछली राज्य सरकार के मुकाबले लगभग 10 गुणा अधिक है। डॉ. भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश सरकार कर्मचारियों के हितों को लेकर संजीदा है और उन्हें देय लाभ प्रदान करने में किसी प्रकार की देरी नहीं की जा रही है।
भारद्वाज ने कहा कि कर्मचारी बैंक की रीढ़ हैं और उन्हीं की मेहनत से बैंक आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा साल 2011 में भर्ती किए गए कर्मचारी उपेक्षित महसूस कर रहे थे और उनके साथ अन्याय हो रहा था। बैंक ने पहला निर्णय इनकी वेतन बढ़ौतरी का लिया जिससे 264 कर्मचारी लाभान्वित हुए और बैंक पर 4.45 करोड़ की अतिरिक्त देनदारी बढ़ी। दूसरा निर्णय बैंक के सभी कर्मचारियों का महंगाई भत्ता मौजूदा 140 प्रतिशत से बढ़ाकर 144 प्रतिशत करने को लेकर रहा।
अध्यक्ष ने बताया कि बैंक ने अंशकालीन कर्मचारियों की भी चिंता की और प्रोबेशन पूरा कर चुके ऐसे सभी 10 कर्मचारियों को पक्का करने का निर्णय भी निदेशक मण्डल की बैठक में लिया गया। इसी प्रकार बैंक के मामलों के लिए सूचीबद्ध किए गए अधिवक्ताओं का शुल्क बढ़ाने का भी निर्णय लिया गया और उनके यात्रा व दैनिक भत्ते में भी बढ़ौतरी की गई।
भारद्वाज ने बताया कि बैंक अगले साल अपने 100 साल पूरे कर रहा है और 100वां साल सात मार्च से आरंभ हो रहा है। इसके दृष्टिगत बैंक ने ग्राहकों को वाहनों तथा गैर कृषि क्षेत्र में ऋण के लिए अनेक प्रकार के प्रोत्साहन देने का निर्णय लिया है। ऐसे ऋणों पर नये ग्राहकों के लिए प्रक्रिया शुल्क को 100 फीसदी समाप्त करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा हालांकि बैंक का एनपीए बढ़ रहा है और इसे कम करने के निरंतर प्रयास जारी हैं। उन्होंने बैंक अधिकारियों को केन्द्र सरकार की अटल पेंशन योजना, मुद्रा ऋण तथा जन-धन जैसी योजनाओं को आगे बढ़ाने के सख्त निर्देश दिए।