ऊर्जा मंत्री सुखराम चैधरी ने बुधवार को देहरादून में अत्तराखंड जल विद्युत निगल लिमिटेज के प्रवंधन निदेशक एवं उत्तराखंड पारव निगल लिमिटेड के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की । बैठक में किशाऊ और रेणुका बांध जल विद्युत परियोजना के निर्माण को लेकर चर्चा हुई। ऊर्जा मंत्री ने बताया कि 660 मेगावाट क्षमता की किशाऊ एवं रेणुका बांध जल विद्युत परियोजना हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड राज्य के संयुक्त तत्वावधान से तैयार की जाएगी।
इस विद्युत परियोजना पर अनुमानित 11550 करोड़ रुपये व्यय होंगे और वर्ष 2030 तक इसको तैयार किया जाएगा। इस परियोजना में हिमाचल प्रदेश तथा उत्तराखण्ड की बराबर की हिस्सेदारी होगी। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से हिमाचल प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे।
उन्होंने कहा कि इस जल विद्युत परियोजना में हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली सहित पानी की हिस्सेदारी है जिसके लिए पिछले वर्ष समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे। बैठक में प्रबन्ध निदेशक यूजेवीएनएल एवं यूपीसीएल ने विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तथा अन्य विषयों पर जानकारी दी।