आज यानि 17 अगस्त को एक तरफ जंहा कोट खाई मामले की CBI सुनवाई हिमाचल हाईकोर्ट में चल रही थी तो दूसरी तरफ स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ गुड़िया के परिजन उच्च न्यायालय के गेट के सामने मुंह पर काली पट्टी बांधकर बैठे हुए थे। जानकारी के अनुसार पुलिस ने उनको हटाने की बहुत कोशिश की लेकिन वह वहां से टस से मस नहीं हुए। गुड़िया के परिजनों का कहना था कि जब तक इस मामले का फैंसला नहीं आ जाता तव तक वह यहां से नहीं हटेगें।
हालांकि मामले की सुनवाई पूरी होने के बाद सभी लोग हाइकोर्ट के गेट के आगे से उठ गए लेकिन उन्होंने चेतावनी दी कि अब यदि दो सप्ताह में भी CBI पूरे मामले को नहीं सुलझा पाई और असल अपराधियों की नहीं पकड़ पाई तो वह CBI का घेराव करेंगे। बता दें कि कोर्ट नें भी CBI को इस केस को सुलझाने के लिए 2 हप्तों का समय दिया है।
वहीं, परिजनों के विरोध का मामला कोर्ट के अंदर भी चर्चा में रहा जब हाइकोर्ट के महा अधिवक्ता श्रवण डोगरा ने कहा कि सीबीआई मामले को लटका रही है । इस मामले से लोगों की भावनाएं जुड़ी हुई है और लोग कोर्ट के गेट के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। इसलिए CBI जल्द मामले की जांच करे। जिस पर कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश संजय करोल ने कहा कि वह जन भावनाओं को समझते है। इससे पहले युग मामले में भी इस तरह का विरोध हुआ था। लोग अपनी मर्यादाओं को समझते हैं इसलिए वह उनकी भावनाओं की कद्र करते है।