कुल्लू में जिला बाल संरक्षण ईकाई की जिला अधिकारी की टीम ने पुलिस की सहायता से एक नबालिग लड़की को सुलतानपुर के एक घर से रैस्क्यू किया है। इस नाबालिग लड़की को व्यक्ति ने अपने घर में करीब डेढ़ हफ्ते से रखा हुआ था और साथ में एक अन्य युवक भी उनके साथ थे। विभाग को गुप्त शिकायत मिली थी कि इस घर में कोई नबालिग लड़की रखी गई है और हर रात को लड़की जोर जोर से चिल्लाती है। ऐसे में जिला बाल सरंक्षण अधिकारी डॉ. कृष्णा, संरक्षण अधिकारी गीतांजली, लीगल अधिकारी चंदन और अनिल की टीम ने पुलिस जवानों के साथ मिलकर नबालिग को घर से रैस्क्यू किया।
हालांकि मकान के मालिक ने इस टीम को घर का सर्च वारंट लाने को कहा जिसके चलते टीम का एसडीएम कुल्लू से सर्च वारंट लेकर मकान में दाखिल होना पड़ा और कमरे में बंद रखी नाबालिग लड़की को रैस्क्यू कर अपने संरक्षण में ले लिया। उसके बाद नाबालिग लड़की को जेजे बोर्ड में पेश करने की प्रक्रिया आरंभ कर दी है। महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी विरेंद्र सिंह आर्य ने बताया कि हालांकि पुलिस और बाल संरक्षण इकाई की टीम ने नाबालिग लड़की को मेडिकल जांच के लिए अस्पताल पहुंचाया है लेकिन नाबालिग लड़की ने मेडिकल करवाने से इंकार कर दिया है।
यह नाबालिग जिला मंडी की रहने वाली बतायी जा रही है और बताया जा रहा है कि नाबालिग युवती की उम्र करीब 16 साल है और नशे की आदि है। सूत्रों के अनुसार युवती और उसे अपने साथ रखने वाले ड्रग्स तस्करी और वैश्यावृति से जुडे़ हो सकते हैं। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर नाबालिग को जेजे बोर्ड के सामने पेश करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
एसपी कुल्लू शालिनी अग्निहोत्री के अनुसार पुलिस ने फिलहाल इमोरल ट्रैफिकिंग प्रिवेंशन एक्ट 1956 की धारा 5 के तहत मामला दर्ज कर लिया है और नाबालिग को जेजे बोर्ड में पेश किया जा रहा है।