जिला कुल्लू मुख्यालय से करीब 4 किलोमीटर दूर मौहल नेचर पार्क में ब्यास के किनारे सैंकड़ों वाद्य यंत्रों की धुनों पर ब्यास आरती का आयोजन किया गया। मौहल स्थित वन नेचर पार्क में ब्यास नदी के किनारे महाआरती करीब 5 बजे आरंभ हुई। इस कार्यक्रम में वन एवं परिवहन खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने शिरकत की। उन्होंने इस आयोजन के लिए जिला प्रशासन कुल्लू और पुजारी संघ को बधाई दी। जिला प्रशासन कुल्लू की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में 5 हजार के करीब लोगों ने शिरकत की और हजारों दीये जलाकर ब्यास के तट को रोशन किया।
गौरतलब है कि जिला में पड़ रही कड़ाके की ठंड के बीच भी घाटी के लोगों में खूब उत्साह देखने को मिला। इस आयोजन को लेकर प्रशासन व देव समाज के लोगों ने सभी तैयारियों को पूरा कर लिया था। बजंतरियों की स्वरलहरियों से देव घाटी गूंज उठी। आरती आयोजन में 161 पंडितों ने परंपरागत तरीके से ब्यास आरती की। ब्यास महाआरती की पूजा में 21 कलश और 151 पंडित बैठे। 200 से अधिक बजंतरी भी महाआरती में शामिल हुए। ब्यास आरती आटे, मिट्टी के दीये और पत्तों के डोने से की गई।
डीसी कुल्लू के अनुसार इस ब्यास आरती के आयोजन का मक्सद विश्व शांति, पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छ वातावरण तैयार करना है।