कुल्लू में कल के हादसे में मरे हुए लोगों की अभी चिता भी नहीं जली है कि दूसरे हो दिन हादसे को न्योता देती शर्मनाक तस्वीर सामने आई है l बंजार के स्कूलों में आजकल टूर्नामेंट चले हुए हैं जिसके लिए प्रतिभाशाली बच्चों को मालवाहक वाहनों में पशुओं की तरह लाद कर ढोया जा रहा है l यह सिलसिला पिछले कई सालों से चला हुआ है। क्या प्रसाशन इतना भी संवेदनशील नही है कि बच्चों के लिए गाड़ियों का प्रबंध करवा सके।
अभिभावकों को भी चाहिए कि टूर्नामेंट में भेजने से पहले यह सुनिश्चित करें कि बच्चों को आने जाने और रहने खाने का क्या प्रावधान किया है। प्रदेश सरकार के मंत्रियों के पास तीन-तीन गाड़ियां फॉर्च्यूनर, कैमरी, एंडेवर रखी हुई है, मोबाइल भत्ता ₹15000 है, बच्चों को ले जाने के लिए सीट वाली गाड़ी तक नहीं है ये सवाल भी उठ रहे है। उधर परिवहन मंत्री ने जांच से पहले ही बस मालिक को क्लीन चिट दे दी है जो कई सवाल खड़ा कर रहा है।