क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में प्रसव के बाद बच्चे की मौत होने का मामला सामने आया है। परिजनों ने इसे डॉक्टरों और नर्सों की लापरवाही बताया है। परिजनों ने आरोप लगाया है कि उनके बच्चे की मौत के लिए डॉक्टर और नर्सें जिम्मेदार हैं। मृत बच्चे की मां त्रिपुरा, पिता राम कृष्ण और बुआ चमना शर्मा ने अस्पताल प्रबंधन पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि अस्पताल में प्रसव डॉक्टर की गैर मौजूदगी में करवाया गया। हालांकि नर्सें परिजनों को डॉक्टर बुलाने का आश्वासन देती रही लेकिन प्रसव होने के बाद बच्चे की मौत हो गई।
परिजनों ने कहा कि त्रिपुरा का प्रसव नर्सों और अन्य स्टाफ ने करवाया है। परिजनों ने यह भी आरोप लगाया है कि क्षेत्रीय अस्पताल से उन्हें अल्ट्रासाउंड के लिए भी निजी अस्पताल भेजा गया और साथ दवाईयां भी बाजार से खरीदकर लानी पड़ी। उन्होंने कहा कि एक हजार रुपए की उन्होंने दो गोलियां लाई। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल की नर्सों का व्यवहार भी ठीक नहीं है।
माता त्रिपुरा, पिता रामकृष्ण और बुआ चमना शर्मा ने कहा कि वे इस घटना की पुलिस में मामला दर्ज करवाएंगे और इसकी जांच करने की मांग करेंगे। घटना के बाद क्षेत्रीय अस्पताल में रात तक हंगामा हुआ। परिजनों के साथ साथ क्षेत्रीय अस्पताल में उपचाराधीन मरीजों के साथ आए लोग भी अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टरों के खिलाफ गुस्साए हुए थे। घटना के दौरान लोगों को शांत करने के लिए क्षेत्रीय अस्पताल में पुलिस जवान भी पहुंचे जो मामले को शांत करने में लगे हुए हैं।
उधर, डॉक्टरों ने परिजनों को शांत करते हुए बच्चे के मौत का कारण पेट में पौटी करना बताया है। परिजनों ने इस मामले की जांच करने की मांग उठाई है और पुलिस में मामला दर्ज करने की बात कही है। उधर, सीएमओ डॉक्टर सुशील चंद ने गुस्साए लोगों को शांत करते हुए कहा कि वे इस मामले की जांच करवाएंगे और जिस कारण भी बच्चे की मौत हुई होगी उसकी पूरी जांच की जाएगी।