परिवहन निगम की बस में मनाली से कुल्लू आ रहे एक दिव्यांग को शराब पिये हुए बस कंडक्टर ने यात्रियों से भरी बस में जलील कर दिया। यही नहीं उसे बस से भी उतार दिया। यह घटना हिमाचल पथ परिवहन निगम केलांग डिपो की बस नंबर एचपी 66 3814 मनाली से हरिद्वार जा रही बस में सामने आई है। इसी बस में सीट नंबर 2 पर दिव्यांग व्यक्ति प्रदीप कुमार मनाली से कुल्लू आ रहा था। जब बस चालक ने उनसे किराये के लिए कहा तो उन्होंने अपना बस यातायात का पास दिखाया। लेकिन बस चालक ने पास को दरकिनार करते हुए उनसे 50 रुपये की मांग की। उन्होंने कहा कि वे आज तक इसी पास से सरकारी बस में सफर करते हैं। लेकिन परिचालक ने कोई दलील नहीं सुनी और बस पास को भी उनके मुंह पर फेंक दिया और उन्हें बस से उतार दिया। इससे भरी बस में प्रदीप कुमार को अपमानित होना पड़ा।
बस से उतरकर वे आलू ग्राउंड में रोने लगे। जेब में पैसे भी कम होने के कारण उन्हें मनाली की ओर ही जाने को बाध्य होना पड़ रहा था। काफी देर बाद निगम की दूसरी बस एचपी 42 2056 आई। जिसमें वह चढ़ गए और वहीं पास कंडक्टर को दिखाया तो कंडक्टर ने उस पास को मान्य किया। हैरत की बात तो यह है कि प्रदीप कुमार का दिव्यांग बस पास 18 फरवरी, 2025 तक मान्य था। प्रदीप कुमार ने कहा कि वे कुल्लू में तो अपने काम से आए थे लेकिन उनके साथ जो बदतमीजी हुई है, वे इसकी शिकायत करने में ही दिनभर व्यस्त रहे। इस बारे में प्रदीप कुमार ने हिमाचल पथ परिवहन निगम के अधिकारियों से भी बात की।
उन्होंने कहा कि बस परिचालक ने शराब पी हुई थी और उनके मुंह से इसकी गंध भी आ रही थी। उन्होंने कहा कि भविष्य में किसी के साथ इस तरह का दुर्व्यवहार नहीं होना चाहिए। दिव्यांग होना कोई गुनाह नहीं है। उन्होंने इंसाफ के लिए लिखित में केलांग डिपो के कुल्लू कार्यलय में कर्मचारियों को लिखित में शिकायत दी है और परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर से भी शिकायत कर उचित कार्रवाई की मांग की है।