आजकल मैदानी इलाकों से हिमाचल के पहाड़ों में बर्फबारी का आनन्द लेने के लिए सैलानियों का सैलाब उमड़ रहा है। पर्यटक शिमला, मनाली, धर्मशाला और डलहौजी जैसे मशहूर पर्यटन स्थलों की भीड़ से हटकर विश्व धरोहर ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क और ट्राउट मछली के लिए महशूर तीर्थन घाटी व जीभी घाटी की वादियों में बर्फबारी का पूरा आनन्द ले रहे हैं।
आजकल हिमाचल के पहाड़ों में बारिश और बर्फबारी का दौर चला हुआ है मौसम विभाग के अनुसार आगामी तीन दिनों में बारिश और बर्फबारी के आसार बने हुए हैं। घाटी के पर्यटन कारोबारियों को उम्मीद है कि क्रिसमस व नव वर्ष की पूर्व संध्या पर जरूर बर्फबारी होगी जिससे घाटी मे पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी होगी।पर्यटकों ने भी यहां आने के लिए ऑनलाईन एडवांस बुकिंग शुरू कर दी है।
इस समय पुरी तीर्थन घाटी शीत लहर की चपेट में है ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क के तीर्थ टॉप सहित लामभरी बाड़ासारी, वशलेउ व जलोड़ी दर्रा की पहाड़ियां आजकल बर्फ की सफेद चादर से ढक गई है। बर्फबारी के दौरान तीर्थन घाटी की फिजाएं और भी मनमोहक नजारा पेश करती है जिससे पहाड़ों की असली खूबसूरती निखर कर सामने आई है।
ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क के कोर और इको जॉन में कई ऐसे आकर्षक स्थल मौजूद है जो पर्यटकों को घाटी के छिपे हुए प्राकृतिक सौन्दर्य से रूबरू करा रहे हैं। बर्फबारी के दौरान तीर्थन घाटी के पहाड़ों की सैर सैलानियों को एक अलग ही अनुभव प्रदान करता है। इस दौरान यहाँ के झरने, नदी, नाले, झीलें, जंगल, पहाड़ और ढलाने इस घाटी की प्राकृतिक सुन्दरता को और भी बढ़ाते हैं। इस समय घाटी के पेखड़ी, सरची, बडासारी, वशलेउ, सोझा व जलोड़ी दर्रा में पर्यटक बर्फबारी का खूब आनन्द ले रहे है।
तीर्थन घाटी के स्थानीय पर्यटन कारोबारी एवं पर्यावरणविद दौलत भारती का कहना है कि पहाड़ों में घूमने के इच्छुक सैलानी बर्फबारी के दौरान भी तीर्थन घाटी के प्राकृतिक सुन्दरता का रसपान कर सकते है। इनके अनुसार ऐसे मौसम में सैलानियों को अपने साथ गर्म कपड़े, वाटर प्रूफ जुते, दस्ताने व मफ़लर आदि साथ रखने चाहिए ताकि उनका भृमण सुरक्षित हो सके। ऐसे मौसम मे स्थानीय लोगों से परिवहन और मौसम की जानकारी लेते रहना चाहिए।