वन एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर के गृह जिला में परिवहन विभाग में तैनात 3 दर्जन पीस मील वर्करों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है। कुल्लू जिला में वाशिंग वर्कशॉप में तैनात तीन दर्जन पीस मील वर्करों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्रदेश सरकार पर अनदेखी का आरोप भी लगाया। परिवहन विभाग में पिछले 10 सालों से प्रदेश में करीब 1 हजार पीस मील वर्कर अनुबंध नीति लागू करने की मांग कर रहे हैं। हिमाचल पथ परिवहन निगम पीस मिल वर्कर यूनियन के प्रधान हेमराज शर्मा ने बताया कि परिवहन विभाग में पिछले 10 सालों से पीस मील वर्करों की प्रदेश सरकार ने अनदेखी की है।
उन्होंने कहा कि पिछले 2 सालों से परिवहन विभाग की बीओडी की मीटिंग सिर्फ एक बार हुई है। जिसमें पीस मिल हजारों पीस मिल वर्करों को सिर्फ सरकार से आश्वासन ही मिला है। उन्होंने कहा कि पीस मिल वर्कर यूनियन ने अब प्रदेश सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ने का मन बना लिया है और जिसके चलते 24 अक्टूबर से 26 अक्टूबर तक पूरे प्रदेश में सभी पीस मिल वर्कर सामूहिक अवकाश पर रहेंगे। इसके बावजूद भी अगर प्रदेश सरकार पीस मील वर्करों की मांगों को गौर नहीं करेगी तो आने वाले समय में सभी पीस मिल भरकर अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे ।
अपनी मांगों को लेकर पूरे प्रदेश के हजारों पीस मिल वर्कर ने सरकार से मांग की है कि उनकी मांगों पर वक्त रहते गौर किया जाए नहीं तो आने वाले समय में सभी पीस मिल वर्कर पूरे प्रदेश सरकार के खिलाफ सड़कों में उतरकर उग्र आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षों से प्रदेश सरकार से मांग कर रहे हैं कि सभी पीस मील वर्करों को एकमुश्त अनुभव नीति के अंतर्गत लिया जाए ताकि आने वाले समय में हजारों पीस मिल वर्कर का भविष्य सुरक्षित हो सके उन्होंने कहा कि कुल्लू जिला में करीब तीन दर्जन पीस मील वर्करों ने बशिंग वर्कशॉप में गेट मीटिंग की है और इस मीटिंग के माध्यम से प्रदेश सरकार से अपनी मांगों को लेकर पूरा करने के लिए आग्रह किया।