हिमाचल को देवभूमि के नाम से जाना जाता है लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों की वजह से नशे के कारोबार में अब देवभूमि का नाम बदनाम होने लगा है। कुल्लू जिला के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भांग की खेती लहलहा रही है जिसको जड़ से उखाड़ने का बेड़ा कुल्लू पुलिस ने उठाया है। भांग उन्मूलन अभियान के अंतर्गत जिला पुलिस ने अभियान छेड़ दिया है।
जिसके लिए विभिन्न संगठनों की मदद भी पुलिस ले रही है। जिला पुलिस की टीम द्वारा किए गए सर्वे के आधार पर विभिन्न क्षेत्रों में उगी भांग की खेती को नष्ट करने के लिए 120 जवानों की टीमें नारकोटिक्स के सहयोग से रवाना हो गई है। पुलिस की यह टीमें 7000 बीघा में भांग की खेती को नष्ट करेगी। इसके लिए लोगों का सहयोग भी लिया जाएगा।
पुलिस की टीम अपने इस दौरे के दौरान मलाणा, मनिकर्ण, कसोल, तोश, डोभी, सैंज, बंजार, आनी निरमंड, ब्रो आदि एरिया का दौरा कर यहां पर उगी भांग की खेती को नष्ट करेगी। अधिकतर भांग वह सामने आई है जो प्राकृतिक रूप से उगी है। लेकिन अगर पुलिस को कोई ऐसी स्थान मिलता है। जहां पर किसी व्यक्ति ने भांग उगाई है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, एसपी कुल्लू राजकुमार चंदेल ने बताया कि हर साल की भांति इस साल भी भांग उखाड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है इसके लिए विशेष दल तैनात करके पहाड़ों पर भेज दिया गया है जो जिला में उगी हुई भांग को नष्ट करने में सहयोग देंगे और पिछले साल के मुकाबले इस साल अधिक मात्रा में इस नशे को जड़ से उखाड़ कर जाएगा। पुलिस इस अभियान में लोगों का सहयोग भी ले रही है।
एएसपी कुल्लू ने बताया कि अभियान के तहत भांग की खेती को नष्ट करके लिए टीमें रवाना हो गई हैं। एएसपी राजकुमार ने बताया कि अब तक पूर्व में चले अभियानों में 1100 हेक्टेयर से भांग उखाड़ भी दी गई है।